Janmashtami 2023 Special: सनातन धर्म के शास्त्रों के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण की पूजा का विधान कलयुग में खूब रहना है. इसलिए उनका प्रसार ना सिर्फ भारत में देखने को मिलता है बल्कि विदेशों में भी हरे रामा हरे कृष्णा की गूंज सुनाई देती है. श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपदा के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था और इस साल ये दिन 6 और 7 सितंबर को पड़ रही है लेकिन आमतौर पर इसे 6 सितंबर को ही मनाया जाएगा. हालांकि वहीं कुछ लोग इस दिन को 7 सितंबर के दिन मनाएंगे. जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था और इस दिन उनके बालस्वरूप लड्डू गोपाल की पूजा होती है. ऐसे में आपको उस दिन इन चीजों को पूजा में जरूर शामिल करना चाहिए.

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लड्डू गोपाल को बेहद पसंद हैं ये 5 चीजें (Janmashtami 2023 Special)

हिन्दू धर्म में जन्माष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण की पूजा (Lord Krishna Puja) में उनकी प्यारी चीजों का शामिल होना जरूरी होता है. उन्हें प्रसन्न करने के लिए आपको उनकी वो सभी प्रिय वस्तुओं को पूजा में चढ़ना चाहिए. कृष्ण जी को उनकी प्रिय वस्तुएं अर्पित की जाती हैं जिससे आपको उनका आशीर्वाद प्राप्त हो सके. तो चलिए आपको बताते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण को कौन सी 5 वस्तुएं बेहद प्रिय हैं, जिनको पूजा में उपयोग में लेना चाहिए.

Bahula Chouth Vrat Katha
बहुला चौथ में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा का महत्व है. (फोटो साभार: Pixabay)

माखन और मिश्री: पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण को बचपन से ही माखन और मिश्री बेहद प्रिय था. ऐसी कई कथाएं प्रचलित हैं जिनमें उनके माखन-मिश्री चुराकर खाने का उल्लेख है.

धनिया की पंजीरी: भगवान श्रीकृष्ण की पूजा में अक्सर धनिया की पंजीरी का इस्तेमाल किया जाता है. ऐसा माना जाता है कि कान्हा जी को धनिया की पंजीरी बेहद प्रिय है.

मोर पंख: मान्यता है कि लड्डू गोपाल को मोर पंख बेहद प्रिय है. आपने देखा होगा कि भगवान श्रीकृष्ण के मुकुट में मोर पंख हमेशा ही होता है. जन्माष्टमी के दिन भी कान्हां जी की पूजा में मोर पंख जरूर शामिल करना चाहिए.

बांसुरी: भगवान श्रीकृष्ण को बांसुरी के बिना कल्पना भी नहीं किया जा सकता क्योंकि ये उनकी प्रिय वस्तुओं में से एक है. माना जाता है कि श्रीकृष्ण की पूजा में बांसुरी रखने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है.

गाय की मूर्ति: पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का बचपन गौमाता की सेवा में बीता है. वे ज्यादातर गायों के झुंड के साथ ही दिखाई देते थे. जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को जो भोग लगता है वो भी गाय के घी से ही किया जाता है. इस जन्माष्टमी पर आप भी लड्डू गोपाल की पूजा में गौमाता की मूर्ति रख सकते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)