हिंदू (Hindu) धर्म में शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima 2022) का विशेष महत्व है. मान्यताओं के अनुसार यह वह दिन है जिस दिन माता लक्ष्मी धरती पर आती हैं. इस दिन देवी लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और परिवार में सुख-समृद्धि आती है. इसके साथ ही यह भी माना जाता है कि इस दिन चंद्रमा की किरणों में औषधीय तत्व होते हैं, जो इस दिन के महत्व को और बढ़ा देता है.

आपको बता दें कि शरद पूर्णिमा के दिन चंद्र देव 16 कलाओं से पूर्ण होते हैं. इस दिन मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु, कुबेर जी, भगवान कृष्ण की पूजा करने से चंद्र देव व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी करते हैं. जानिए शरद पूर्णिमा के दिन किन मंत्रों का जाप करना है.

यह भी पढ़ें: Sharad Purnima की रात छत पर क्यों रखी जाती है खीर? जानें धार्मिक और वैज्ञानिक कारण

शरद पूर्णिमा की रात मां लक्ष्मी के मंत्र का करें जाप

शरद पूर्णिमा के दिन देवी लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए विधिवत पूजा के साथ इन मंत्रों का जाप करें.

ॐ श्री ह्रीं श्री कमले कमलाये प्रसिद प्रसिद श्री ह्रीं श्री महालक्ष्मयै नमः

यह भी पढ़ें: Sharad Purnima 2022: शरद पूर्णिमा के दिन चांद की रोशनी में खीर रखने और खाने का सही समय जानें

कुबेर मंत्र

शरद पूर्णिमा के दिन भगवान कुबेर की विधिवत पूजा के साथ इस मंत्र का जाप करना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति को सुख, समृद्धि और धन की प्राप्ति होती है.

ॐ यक्षय कुबेराय वैश्रवणाय धन धान्याधिपतये

धन धान्य समृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा..

यह भी पढ़ें: Sharad Purnima 2022: शरद पूर्णिमा के दिन क्या करें और क्या न करें? जानें

चंद्र देव की कृपा के लिए मंत्र

शरद पूर्णिमा के दिन चंद्र देव 16 कलाओं से परिपूर्ण होते हैं. इस दिन इसकी पूजा करने और इस मंत्र का जाप करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णव सम्भवम .

नमामि शशिनं सोमं शंभोर्मुकुट भूषणं ..

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)