Bhadrapada Month 2023 Niyam: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, भाद्रपद या भादो साल का छठवां महीना होता है. इस साल 2023 में भाद्रपद 1 महीने का होगा जो 1 सिंतबर से शुरू हो चुका है. भाद्रपद माह में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म, भगवान गणेश का जन्म का उत्सव मनाया जाता है. भाद्रपद माह में श्रीकृष्ण और गणेश जी के अलावा महादेव, भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा की जाएगी. वहीं भद्रकाल के शुक्ल तृतीया को अखंड सौभाग्य की हरतालिका तीज मनाते हैं जिसमें माता पार्वती और महादेव की पूजा की जाती है. इस महीने कुछ नियमों का पालन करना चाहिए और कुछ चीजों का उपयोग नहीं करना चाहिए.

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भाद्रपद माह में करें इन नियमों का पालन (Bhadrapada Month 2023 Niyam)

भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 31 अगस्त 2023 की सुबह 07.05 बजे से लेकर 1 सितंबर 2023 की सुबह 03.18 बजे के बीच है. इसके बाद द्वितीया तिथि प्रारंभ होगी. 31 अगस्त को सावन पूर्णिमा है और 1 सितंबर को भाद्रपद कृष्ण की द्वितीया तिथि रही. प्रतिपदा तिथि 1 सितंबर को सूर्योदय पूर्व समाप्त हो जाएगी. भाद्रपद माह की समाप्ति 29 सितंबर को भाद्रपद पूर्णिमा तिथि दोपहर 03.26 बजे होगी. ऐसे में भाद्रपद पूर्णिमा 29 सितंबर को होगी और इसके साथ ही भाद्रपद माह की समाप्ति भी हो जाएगी. इस माह आपको इन नियमों का पालन करना चाहिए.

1.भाद्रपद माह में दही और गुड़ से बनी चीजों का सेवन वर्जित होता है. इनको खाने से पेट में कोई ना कोई रोग हो सकते हैं. इनके अलावा दही-चावल, मूली, बैगन, शहद और तामसिक चीजों का सेवन करना वर्जित होता है.

2.भाद्रपद महीने में नारियल के तेल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. अगर आप ऐसा करेंगे तो संतान सुख की समस्या हो सकती है. संतानहीन और नवविवाहितों को इस तेल का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए.

3.भाद्रपद महीने में शादीशुदा लोगों को सहवास भी नहीं करना चाहिए. यानी प्रेमी युगलों या शादीशुदा लोगों को काम वासना से परहेज करना चाहिए.

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4.भाद्रपद माह में विशेषकर रविवार के दिन नाखुन, दाढ़ी-बाल भी बिल्कुल नहीं कटवाने चाहिए. इस दिन नमक का सेवन भी आपको बिल्कुल नहीं करना चाहिए.

5.भाद्रपद महीने में भगवान श्रीकृष्ण को तुलसी के पत्ते अर्पित जरूर करना चाहिए. नियमित स्नान के बाद पूजा जरूर करें और इस माह गाय के दूध से बनी चीजों का दान भी क्षमतानुसार जरूर करें.

इन दो चीजों का सेवन बिल्कुल ना करें

धार्मिक मान्यता है कि भाद्रपद माह में नारियल का तेल और चावल का प्रयोग करना वर्जित होता है. अगर आपको कोई ये दान दे तो उसका उपयोग तो बिल्कुल नहीं करना चाहिए. दान में प्राप्त इन दोनों चीजों का उपयोग भाद्रपद माह में करने से श्रीहीन यानी इंसान दरिद्र हो सकता है. दान लेने वाला इंसान किसी भी मुसीबत में फंस सकता है. भाद्रपद का महीना बहुत धार्मिक होता है तो इसको लेकर काफी समस्या का सामना करना पड़ सकता है. भाद्रपद माह में भगवान श्रीकृष्ण और भगवान गणेश जी का जन्म हुआ था इसलिए उनकी उपासना करना अच्छा माना गया है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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