हर साल दुनियाभर में 15 अक्टूबर के दिन को ‘विश्व छात्र दिवस’( World Students Day 2022 ) के रूप में मनाया जाता है. आपको बता दें कि विश्व छात्र दिवस भारत रत्न और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम (Dr.A.P.J Abdul Kalam) की जयंती के रूप में मनाए जाने का प्रावधान है. संयुक्त राष्ट्र संगठन (U.N.O) के द्वारा उनके जन्मदिन के अवसर पर 15 अक्टूबर 2010 को ‘विश्व विद्यार्थी दिवस’ घोषित किया था. इसके बाद से हर साल 15 अक्टूबर को  दुनियाभर में विश्व छात्र दिवस मनाया जाता है.

यह भी पढ़ें: एपीजे अब्दुल कलाम पुण्यतिथि: जानें ‘मिसाइलमैन’ के 10 अनमोल वचन

क्या है विश्व छात्र दिवस का इतिहास?

तारीख 15 अक्टूबर 2010 को , संयुक्त राष्ट्र संगठन (UNO) ने शिक्षा को बढ़ावा देने की कोशिशों के लिए डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के 79वें जन्मदिवस पर विश्व छात्र दिवस या विश्व विद्यार्थी दिवस मनाने की घोषणा की थी. उसके बाद से हर साल 15 अक्टूबर के दिन उनकी जयंती को ‘विश्व छात्र दिवस’ के रूप में मनाया जाने लगा. इस अवसर पर कई संस्थानों  व कार्यालयों में कई तरह की प्रतियोगिताओं व प्रतिस्पर्धाओं का आयोजन किया जाता है. 

यह भी पढ़ें: मैं लिखता गया, कलाम साहब बोलते गए!

विश्व छात्र दिवस का मुख्य उद्देश्य

विश्व छात्र दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य छात्रों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करना होता है. ताकि वे भविष्य में अच्छी शिक्षा लेकर अपना, अपने माता पिता के साथ साथ देश का नाम रोशन कर सकें. इस दिन डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और उनके जीवन से संबंधित प्रेरणादायक कहानियां छात्रों को सुनाई जाती हैं और उन्हें जीवन में आगे बढ़ने के प्रेरणा दी जाती है. ‘विश्व छात्र दिवस’ दिवस को मनाने का उद्देश्य छात्रों को शिक्षा का महत्व समझाते हुए, उनके मनोबल को बढ़ाना है.

यह भी पढ़ें: Himachal Pradesh Elections 2022: 80 साल से ऊपर के मतदाता घर बैठे डाल सकेंगे वोट, जानें कैसे

अद्भुत प्रतिभाओं के धनी थे पूर्व राष्ट्रपति डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम

भारत रत्न और पूर्व राष्ट्रपति डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को धनुषकोडी, रामेश्वर तमिलनाडु में हुआ था. उनका पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम था. सन् 2002 में उन्हें भारत का राष्ट्रपति चुना गया था. इससे पहले वे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) में एक एयरोस्पेस इंजीनियर के रूप में काम करते थे. डॉ ए.पी.जे अब्दुल कलाम बहुत बड़ी शख्सियत थे. उन्होंने अपने जीवन में बहुत बड़े बड़े काम किए और पूरे विश्व में भारत को विशिष्ट पहचान दिलाई. इस दिवस के माध्यम से हर छात्र में अब्दुल कलाम जी की सोच को प्रज्जवलित करने का प्रयास किया जाता है.