भारत के पूर्व राष्ट्रपति व महान साइंटिस्ट डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ने 27 जुलाई 2015 को शिलांग में भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) में लेक्चर देते हुए अंतिम सांस ली. ‘मिसाइलमैन’ पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को भारतीय मिसाइल प्रोग्राम का जनक कहा जाता है. वे इतने लोकप्रिय रहे कि उन्हें आज भी जनता का राष्ट्रपति कहा जाता है. डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की 7वीं पुण्यतिथि पर यहां प्रस्तुत हैं उनके कुछ अनमोल वचन. 

ये भी पढ़ें: एपीजे अब्दुल कलाम पुण्यतिथि: जानें ‘मिसाइलमैन’ के बारे में 10 खास बातें

1. सपने वो नहीं होते, जो आपको रात में सोते समय नींद में आए बल्कि सपने वे होते हैं, जो रात में सोने ही न दें. 

2. श्रेष्ठता एक सतत प्रक्रिया है, कोई हासदा नहीं.

3. इंसान को मुश्किलों की जरूरत पड़ती है क्योंकि सफलता का आनंद उठाने के लिए ये मुश्किल बहुत जरूरी है.

4. हमें याद रखा जाएगा जब हम अपनी युवा पीढ़ी को एक समृद्ध और सुरक्षित भारत दे पाएं. इस समृद्धि का स्रोत आर्थिक समृद्धि और सभ्य विरासत होगी.

ये भी पढ़ें: जब दिल्ली आए परवेज मुशर्रफ की Abdul Kalam ने लगा दी क्लास!

5. आसमान की तरफ देखिए, हम अकेले नहीं हैं. पूरा ब्राह्मांड हमारा दोस्त है और वो उन्हीं को सबसे सर्वोत्तम देता है जो सपने देखते हैं, मेहनत करते हैं.

6. मेरा संदेश खासकर युवाओं के लिए है कि वो अलग तरीके से सोचने का साहस दिखाएं, आविष्कार करने का साहस दिखाएं. अंजाने रास्तों का सफर करें, असंभव लगने वाली चीजों को खोजें और समस्याओं पर विजय पाते हुए सफलता हासिल करें.

7. जो लोग मन से काम नहीं करते, उन्हें जो सफलता मिलती है वो खोखली और आधी-अधूरी होती है, जिससे आसपास कड़वाहट आदर्श बनें.

8. अगर देश भ्रष्टाचार मुक्त बनाना है, सुंदर मस्तिष्कों वाला देश बनना है तो मेरी साफ राय है कि समाज के तीन सदस्यों की इसमें अहम भूमिका है. ये तीनों माता, पिता और अध्यापक हैं.

9. रचनात्मक भविष्य में सफलता की कुंजी है, प्राथमिक शिक्षा ही वह साधन है जो बच्चों में सकारात्मकता लाती है.

10. क्षमता का निर्माण करना अंतर को भंग करता है। इससे असमानताएं ख़त्म हो जाती हैं.

ये भी पढ़ें: सफलता की गारंटी है डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की ये 15 प्रेरणादायक बातें