भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका (Sri Lanka) में आर्थिक संकट से त्रस्त जनता ने शनिवार 9 जुलाई 2022 को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksha) के आवास पर कब्जा कर लिया. ऐसे हालात को देखते हुए राष्ट्रपति अपना आवास छोड़कर भाग गए. बता दें कि प्रदर्शनकारियों ने राजपक्षे के आधिकारिक आवास में घुसकर जमकर तोड़फोड़ भी की. इसके अलावा रैली के दौरान श्रीलंका की पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प भी हुई. झड़प में लगभग 30 लोग घायल हो गए. 

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हालात को काबू करने के लिए पार्टी नेताओं की आपात बैठक बुलाई गई जिसमें सर्वसम्मति से नेताओं ने राष्ट्रपति और पीएम से इस्तीफे की मांग कर दी. वहीं, पीएम ने सशर्त इस्तीफे का ऐलान भी कर दिया. 

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न्यूज एजेंसी एएनआई के हवाले से मिल रही ताजा खबर के अनुसार, प्रदर्शनकारियों का गुस्सा अब पीएम रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) के उपर फूट गया है. प्रदर्शनकारियों ने रानिल विक्रमसिंघे के निजी घर को आग लगा दी है. 

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प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग भी किया. उन पर आंसू गैस के गोले दागे और पानी की तेज बौछार छोड़ी गई. इस दौरान पीएम सुरक्षा में तैनात अधिकारियों ने घर के बाहर मौजूद पत्रकारों पर हमला कर दिया, जिससे भीड़ उग्र हो गई. इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने गुस्से में पीएम के निजी घर को आग लगा दी.

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आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, पीएम रानिल विक्रमसिंघे ने एक ऑडियो जारी कर बताया था कि वह कुछ शर्तों के साथ पद से इस्तीफा देंगे. उन्होंने कहा कि ‘मैंने राष्ट्रपति के सामने एक सर्वदलीय सरकार बनाने का विचार रखा है. उन्होंने कहा कि देश में ईंधन और भोजन की कमी जैसी समस्याएं हैं. इसके चलते विश्व खाद्य कार्यक्रम के प्रमुख देश का दौरा करेंगे. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ बैठक होनी है इसलिए इस सरकार के इस्तीफे के तुरंत बाद एक अलग सरकार का गठन किया जाना चाहिए. बिना सरकार के प्रशासन के देश का नेतृत्व करना गलत होगा.’