राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सीमा मुद्दे पर चीनी स्टेट काउंसलर वांग यी से रविवार को टेलीफोन पर बात की. भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक- उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में हालिया घटनाक्रमों पर खुलकर बात की और व्यापक तौर पर विचारों का आदान-प्रदान किया.

जानें इस बातचीत से जुड़ी खास बातें

  1. डोभाल और वांग इस बात पर सहमत हुए कि द्विपक्षीय संबंधों में विकास के लिए शांति और स्थिरता की बहाली आवश्यक है. 
  2. दोनों इस बात पर भी सहमत हुए कि शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा से सैनिकों का पूरी तरह पीछे हटना सुनिश्चित करना आवश्यक है.
  3. दोनों पक्षों को भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में तनाव कम करने के लिए चरणबद्ध तरीके से कदम उठाना सुनिश्चित करना चाहिए.
  4. डोभाल और वांग ने पुन: दोहराया कि दोनों पक्षों को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) का पूर्ण सम्मान करना चाहिए.
  5. दोनों ने पुन: दोहराया कि एलएसी पर यथास्थिति को बदलने के लिए कोई एकतरफा कार्रवाई नहीं होनी चाहिए.
  6. इस बात पर सहमति बनी कि सीमा मुद्दे पर दो विशेष प्रतिनिधि अपनी चर्चा जारी रखेंगे.
  7. इस बात पर सहमति बनी कि दोनों पक्ष मतभेदों को विवाद में तब्दील न होने दें.
  8. इससे पहले खबर आई थी कि पूर्वी लद्दाख में तनाव कम होने का पहला संकेत मिला है जहां चीन की सेना ने गलवान घाटी के कुछ हिस्सों से तंबू 1-2 किलोमीटर पीछे हटा लिए हैं और सैनिकों को भी पीछे हटते देखा गया. सरकारी सूत्रों ने सोमवार को बताया कि दोनों सेनाओं के बीच हुई उच्चस्तरीय वार्ता के दौरान हुए समझौते के तहत यह हो रहा है.
  9. बता दें कि 15 जून को गलवान में हुए संघर्ष में भारत के 20 जवान शहीद हुए थे. वहीं चीन के 40 सैनिकों के मारे जाने की खबर सामने आई थी.