आज के दौर में एक व्यक्ति अधिकतर काम अपने स्मार्टफोन से ही निपटा लेता है. घर बैठे हम पानी का बिल, फोन का बिल, बिजली का बिल सामान की खरीद आदि चीजें कर सकते हैं. इन्होंने इंसान के जीवन को सरल बना दिया है लेकिन ऑनलाइन पेमेंट एप्लीकेशन फोनपे ने अपने यूजर्स को झटका दे दिया है. फोनपे देश का पहला ऐसा ऐप बन गया है जिसने यूपीआई बेस्ड ट्रांजैक्शन के लिए फीस वसूलनी शुरू कर दी है. आपको बता दें कि अब अगर आप फोनपे से 50 रुपये के ऊपर का मोबाइल रिचार्ज करते हैं तो उसके लिए फोनपे आपसे फीस लेगा. यह फीस यूपीआई के जरिए रिचार्ज करने पर भी लगेगी.

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जानिए कितनी देनी होगी फीस

कंपनी के अनुसार अगर कोई व्यक्ति 50 रुपये से कम का मोबाइल रिचार्ज करता है तो उससे कोई भी फीस नहीं ली जाएगी. वहीं अगर व्यक्ति 50 और 100 रुपये के बीच के रिचार्ज को चुनता है तो उसे 1 रुपये का भुगतान करना पड़ेगा. 100 रुपये से ज्यादा के रिचार्ज पर यूजर को 2 रुपये की फीस अदा करनी पड़ेगी.

फोनपे ने कहा- “रिचार्ज पर हम एक बहुत छोटे पैमाने पर एक्सपेरिमेंट कर रहे हैं, जहां कुछ यूजर्स मोबाइल रिचार्ज के लिए पेमेंट कर रहे हैं. 50 रुपये से कम के रिचार्ज पर कोई फीस नहीं लगती है. 50 और 100 रुपये के बीच के रिचार्ज पर 1 रुपये और 100 से ऊपर के रिचार्ज पर 2 रुपये चार्ज किए जाते हैं, अनिवार्य रूप से. एक्सपेरिमेंट के एक पार्ट के रूप में ज्यादातर यूजर्स या तो कुछ भी पेमेंट नहीं कर रहे हैं या 1 रुपये की पेमेंट कर रहे हैं.”

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केवल क्रेडिट कार्ड से पेमेंट पर लगेगी फीस

फोन पर के प्रवक्ता ने कहा की “हम फीस लेने वाले एकमात्र पेमेंट प्लेटफार्म नहीं है. उन्होंने बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि बिल पेमेंट पर एक छोटी सी फीस लेना अब एक स्टैंडर्ड इंडस्ट्री प्रैक्टिस है और दूसरे बिलर वेबसाइटों और पेमेंट प्लेटफार्म द्वारा भी किया जाता है. हम केवल क्रेडिट कार्ड से पेमेंट पर एक प्रोसेसिंग फीस लेते हैं.”

300 मिलियन से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर्स

थर्ड पार्टी ऐप्स में यूपीआई ट्रांजैक्शन के मामले में फोनपे की सबसे बड़ी हिस्सेदारी है. फोनपे ने सितंबर महीने में अपने प्लेटफाॅर्म पर 165 करोड़ से ज्यादा की यूपीआई ट्रांजैक्शन दर्ज की थी. जिसमें ऐप सेगमेंट में 40 परसेंट से ज्यादा हिस्सेदारी थी. आपकी जानकारी के लिए बता दें फोनपे की स्थापना 2015 में फ्लिपकार्ट के पूर्व अधिकारियों समीर निगम, राहुल चारी और बुर्जिन इंजीनियर के द्वारा की गई थी. इस डिजिटल पेमेंट ऐप के 300 मिलियन से ज्यादा रजिस्टर्ड यूजर्स है.

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