टोक्यो ओलंपिक 2020 के पुरुष हॉकी सेमीफाइनल में बेल्जियम ने भारतीय हॉकी टीम को 5-2 के अंतर से हरा दिया है. भारतीय टीम अब जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले दूसरे सेमीफाइनल में हारने वाली टीम के खिलाफ ब्रॉन्ज़ मेडल मैच खेलेगी. भारत ने हॉकी में अपना आखिरी ओलंपिक मेडल 1980 में जीता था. भारत का 41 साल बाद फाइनल खेलने का सपना टूटा. 

बेल्जियम के लिए अलेक्जेंडर हेंड्रिकक्स (Alexander HENDRICKX) असली हीरो रहे, जिन्होंने इस मैच में गोल की हैट्रिक लगाने के साथ ही अपने पहले ही ओलंपिक में 14 गोल पूरे कर लिए. 

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चौथे क्वार्टर में भरे पड़ी बेल्जियम 

आखिरी क्वार्टर में बेल्जियम को 52वें और 53वें मिनट में लगातार चार पेनाल्टी कार्नर मिले, जिन पर भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने जोरदार बचाव किया, लेकिन पांचवां कार्नर जब पेनाल्टी स्ट्रोक में बदल गया तो वे भी फेल हो गए. नतीजा हेंड्रिकक्स ने अपना 14वां गोल करते हुए स्कोर 4-2 कर दिया. 

इससे पहले इसी क्वार्टर में मैच के 49वें मिनट में हेंड्रिकक्स ने अपनी टीम के 7वें, 8वें कार्नर पर चूके, लेकिन 9वें कार्नर को उन्होंने गोल करते हुए स्कोर बेल्जियम के पक्ष में 3-2 कर दिया था.

पहले हाफ में 2-2 से बराबर था स्कोर 

पुरुष हॉकी सेमीफाइनल मैच के दूसरे क्वार्टर में बराबरी का गोल खाने के बाद भारतीय हॉकी टीम ने बेल्जियम के साथ पहला हाफ खत्म होने तक 2-2 की बराबरी का स्कोर बनाए रखा था. दूसरे क्वार्टर में 19वें मिनट पर मिले पेनाल्टी कार्नर पर अलेक्जेंडर हेंड्रिकक्स ने टोक्यो 2020 में अपना 12वां गोल करते हुए स्कोर को 2-2 कर दिया था.

इससे पहले बेल्जियम के लिए लोइक लुयपर्ट (Loick LUYPAERT) ने पहले मिनट में मिले पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलकर अपनी टीम को आगे कर दिया था.

इस मैच से पहले तक ओलंपिक में पेनाल्टी कार्नर पर महज एक गोल खाने वाली विश्व चैंपियन बेल्जियम के खिलाफ हरमनप्रीत सिंह ने शानदार गोल कर दिया. इसके अगले ही मिनट में मंदीप सिंह ने शानदार मैदानी गोल से भारतीय बढ़त को 2-1 कर दिया. 

बता दें कि भारतीय हॉकी टीम ने क्वार्टरफाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 के अंतर से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी. इससे पहले ग्रुप स्टेज में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 7-1 से हार का सामना करना पड़ा था, वहीं टीम ने बाकी के 4 मुकाबले जापान, न्यूजीलैंड, स्पेन और अर्जेंटीना के खिलाफ जीते थे. भारतीय टीम अपने ग्रुप में ऑस्ट्रेलिया के नीचे दूसरे नंबर पर रही थी. 

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