South Africa vs India First Test; टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) को जब न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली थी तो कई क्रिकेट जानकारों की भवें तन गई थीं. चयनकर्ताओं को गलती का अहसास हुआ और उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन टेस्ट की सीरीज के लिए टीम में हनुमा का नाम शामिल किया. जब लाइन में पीछे खड़े श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट डेब्यू का मौका मिला, तब हनुमा इंडिया ‘ए’ के साथ दक्षिण अफ्रीका के टूर पर थे. तब कोई नहीं जनता था कि चयनकर्ताओं की गलती हनुमा के लिए एक बेहतर मौका बन जाएगी.

यह भी पढ़ें: हरभजन सिंह ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा की

भारत को 26 दिसंबर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में तीन मैच की टेस्ट सीरीज का पहला मैच खेलना है. और इस सीरीज के लिए सबसे अधिक तैयार बल्लेबाज कोई और नहीं बल्कि हनुमा विहारी ही हैं. जोकि 23 नवंबर से अब तक दक्षिण अफ्रीका ‘ए’ के खिलाफ तीन अनौपचारिक टेस्ट खेल चुके हैं. इस दौरे पर वह भारत के सबसे सफल बल्लेबाज भी रहे थे. 

दक्षिण अफ्रीका ‘ए’ के खिलाफ पहले 4 दिवसीय अनौपचारिक टेस्ट में हनुमा कुछ ख़ास नहीं कर पाए, एक ही पारी में बल्लेबाजी का मौका मिला और उन्होंने 25 रन बनाए. दूसरे मैच की पहली पारी में हनुमा ने 164 गेंद में सधे हुए 54 रन बनाए और दूसरी पारी में वह 112 गेंद में 72 रन बनाकर नाबाद रहे. तीसरे मैच की पहली पारी में भी हनुमा का बल्ला बोला और उन्होंने 63 और नाबाद 13 रन की पारी खेली. दौरे पर हनुमा ने तीन मैच की 5 पारियों में 75.67 की औसत से 227 रन बनाए.

यह भी पढ़ें: हरभजन सिंह के वो 10 क्रिकेट रिकॉर्ड्स जिसके चलते दुनिया ने उनका लोहा माना

हनुमा विहारी को कठिन परिस्थितियों में इस शानदार प्रदर्शन के बाद नजरअंदाज करना मुश्किल है. वो भी तब जब अजिंक्य रहाणे को खराब प्रदर्शन के चलते उपकप्तान की पोजीशन से भी हटा दिया गया हो. टीम मैनेजमेंट खराब फॉर्म से गुजर रहे चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे को दक्षिण अफ्रीका की कठिन परिस्थितियों में एक साथ उतारना नहीं चाहेगा, ऐसे में हनुमा विहारी पूर्व उपकप्तान अजिंक्य रहाणे का सबसे अच्छा विकल्प हैं. 

याद दिला दें कि हनुमा विहारी ने टीम इंडिया के लिए इसी साल जनवरी में खेले अपने आखिरी टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में 161 गेंद में नाबाद 23 रन की पारी खेलकर टेस्ट मैच ड्रॉ कराया था. इसी के चलते टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज जीत सकी थी. विहारी इस पारी के दौरान चोटिल भी थे. हनुमा विहारी का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में बल्लेबाजी औसत 55.46 का है और वह 21 शतक लगा चुके हैं, जिसमें नाबाद 302 की पारी उनका व्यक्तिगत सर्वाधिक है. 

यह भी पढ़ें: फाइनल हुआ IPL के मेगा ऑक्शन का शेड्यूल, जानें कब और कहां लगेगी खिलाड़ियों की बोली

रहाणे को क्यों नहीं खेलना चाहिए

अजिंक्य रहाणे की बात करें तो वह पिछली 30 पारियों में सिर्फ एक बार शतक का आंकड़ा और तीन बार अर्धशतक का आंकड़ा पार कर पाए हैं. इसमें से 13 पारियों में वो 10 रन के अंदर आउट हो गए हैं. इस ख़राब फॉर्म के चलते उन्हें टीम की उपकप्तानी से भी हटा दिया गया है. साथ ही न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर टेस्ट में वह टीम को जीत नहीं दिला सके थे, ये मुकाबला ड्रॉ पर खत्म हुआ था. 

श्रेयस अय्यर को क्यों नहीं? 

श्रेयस अय्यर ने न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर में अपने डेब्यू टेस्ट में शतकीय और अर्धशतकीय पारी खेली थी. इसके बाद अगली दो पारियों में वह 18 और 14 रन बनाकर आउट हो गए. अय्यर को पहले टेस्ट में विराट कोहली की जगह मौका मिला था, अय्यर पहले टीम में नहीं थे लेकिन केएल राहुल के चोटिल होने बाद उन्हें मौका मिला था. तब तक हनुमा दक्षिण अफ्रीका जा चुके थे. अगर हनुमा देश में होते तो उन्हें ही तरजीह मिलती. ऐसे में हनुमा को नजरअंदाज करके अय्यर को मौका देने की गलती टीम मैनेजमेंट नहीं करना चाहेगा. 

यह भी पढ़ें: अश्विन के ‘मैं टूट गया था’ बयान पर आया रवि शास्त्री का जवाब, बोले- मेरा काम मक्खन लगाना नहीं था