टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) के रेसलिंग वर्ग में रवि दाहिया ने सिल्वर मेडल जीता है. हालांकि, वह आखिरी मैच में गोल्ड जीत सकते थे. लेकिन वह इससे चूक गए. पूरा देश रवि दाहिया के सिल्वर मेडल जीतने पर उन्हें बधाईंयां दे रहा है. लेकिन रवि दाहिया अपने इस मेडल से संतुष्ट नहीं है. उनका सपना गोल्ड जीतने का था लेकिन उनका ये सपना टूट गया है.

रवि दाहिया ने कहा, मैं सभी देशवासियों को हाथ जोड़कर धन्यवाद देना चाहूंगा, आप लोगों ने मेरे लिए दुआ की. मैं खुश हूं पर संतुष्ट नहीं हूं, क्योंकि मैं गोल्ड मेडल की उम्मीद से आया था.

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आपको बता दें, टोक्यो 2020 की पुरुष फ्रीस्टाइल कुश्ती के 57 किग्रा वर्ग के फाइनल में रवि दहिया को ROC के ज़ावुर ने 7-4 के स्कोर के अंतर से हराया. स्वर्ण पदक ज़ावुर के नाम रहा. रवि कुमार का ये सिल्वर मेडल, सुशील कुमार (2012 लंदन ओलंपिक) के अलावा कुश्ती में आया भारत का सिर्फ दूसरा ओलंपिक सिल्वर मेडल है.

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गौरतलब है कि रवि दाहिया के सिल्वर मेडल जीतने पर हरियाणा सरकार ने उन्हें बड़ा तोहफा भी दिया है. उनके लिए क्लास-1 की नौकरी सुनिश्चित की गई है. वे हरियाणा में जहां भी चाहें 50% की कंसेशन पर उन्हें एक प्लाट दिया जाएगा. इसके अलावा उनको 4 करोड़ रुपये की राशि भी दी जाएगी. उनके गांव नहरी में आधुनिक सुविधाओं से लैस रेसलिंग का एक इंडोर स्टेडियम बनवाया जाएगा.

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