भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को टी20 वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का मेंटर बनाया गया है. कई लोग भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के इस निर्णय का स्वागत कर रहे हैं, वहीं कई इसके पीछे का मकसद समझ नहीं पा रहे हैं. कारण है टीम इंडिया का पिछले 5 टी20 वर्ल्ड कप में धोनी की कप्तानी में अच्छा प्रदर्शन ना कर पाना. तो आइए धोनी की कप्तानी में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के प्रदर्शन पर एक नजर डाल लेते हैं- 

2007 टी20 वर्ल्ड कप: विजेता

2007 में पहला टी20 वर्ल्ड कप खेला गया था और टीम इंडिया ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में ये संस्करण जीता भी था. फाइनल मुकाबले में भारत के सामने पाकिस्तान थी. साउथ अफ्रीका में खेले गए इस वर्ल्ड कप के फाइनल के आखिरी ओवर में पाकिस्तान को जीत के लिए 13 रन चाहिए थे. पहली दो गेंद पर 7 रन आ गए और अब आखिरी 4 गेंद पर सिर्फ 6 रन चाहिए थे. पाकिस्तान का आखिरी विकेट बाकी था. तभी 38 गेंद में 43 रन बना चुके मिस्बाह उल हक़ ने कैच उठा दिया, जिसे श्रीसंथ ने लपक लिया और इंडिया ने फाइनल 5 रन से जीत लिया. 

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2009 टी20 वर्ल्ड कप: सुपर 8 में सभी मैच हारे 

2009 टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम ने आयरलैंड और बांग्लादेश को हराकर सुपर-8 में जगह बनाई. लेकिन सुपर-8 में उसे वेस्टइंडीज, फिर इंग्लैंड और फिर साउथ अफ्रीका के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा. भारतीय टीम सुपर-8 में सभी मुकाबले हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई. इंग्लैंड में हुए इस वर्ल्ड कप के फाइनल में पाकिस्तान ने श्रीलंका को 8 विकेट से हराया.

2010 टी20 वर्ल्ड कप: सुपर 8 में सभी मैच हारे 

2010 टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन वेस्टइंडीज में हुआ था और इसे ऑस्ट्रेलिया को हराकर इंग्लैंड ने जीता था. केविन पीटरसन को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट घोषित किया गया था. भारत इस टूर्नामेंट में अपने ग्रुप के दोनों मुकाबले जीतने में कामयाब रहा था. सुपर 8 में टीम इंडिया अपने तीनों मैच हारकर बाहर हो गई थी. 

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2012 टी20 वर्ल्ड कप: सुपर 8 के बाद बाहर 

ये वर्ल्ड कप श्रीलंका में खेला गया. यानी भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका के पास वर्ल्ड कप जीतने का अच्छा मौका था. ग्रुप स्टेज में भारत ने इंग्लैंड और अफगानिस्तान को हराकर सुपर-8 में जगह बनाई. सुपर-8 में भारत ने पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका को हराया, लेकिन उसे ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा और भारतीय टीम का सफर यहीं ख़त्म हो गया. मेजबान श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में वेस्टइंडीज ने 36 रन से जीत दर्ज की. 

2014 टी20 वर्ल्ड कप: रनर अप 

2014 टी20 वर्ल्ड कप का आयोजन बांग्लादेश में हुआ था और भारत फाइनल में पहुंचने में कामयाब रही थी, लेकिन उसे श्रीलंका के खिलाफ 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था. 2007 वर्ल्ड कप में जीत के बाद भारत इस वर्ल्ड कप में ट्रॉफी उठाने के सबसे करीब पहुंचा था. इस टूर्नामेंट में विराट कोहली ने सर्वाधिक 319 रन बनाए थे. विराट की 6 में से 4 पारियां अर्धशतक थीं. सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका के खिलाफ कोहली ने 72 रन की मैच जिताऊ पारी खेली थी. 

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2016 टी20 वर्ल्ड कप: सेमीफाइनल

इस वर्ल्ड कप का आयोजन भारत में हुआ था. धोनी लगातार छठे टी20 वर्ल्ड कप में कप्तानी कर रहे थे, ऐसे में भारत वर्ल्ड कप जीतने का सबसे बड़ा दावेदार था. लेकिन, ऐसा हुआ नहीं. भारत सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज के हाथों हार गई. सेमीफाइनल में विराट ने 89 और टीम इंडिया ने दो विकेट खोकर 192 रन बनाए. लेकिन रवींद्र जडेजा ने अपने चार ओवर में बिना विकेट लिए 48 रन लुटाए और रविचंद्रन अश्विन ने बिना विकेट लिए 20 रन देकर मैच वेस्टइंडीज की झोली में डाल दिया था. 

2021 टी20 वर्ल्ड कप में एमएस धोनी का क्या रोल होगा, इसको लेकर भी फैंस के बीच में दुविधा है. बतौर मेंटर धोनी क्या करेंगे, इसपर अभी विस्तार में जवाब का इन्तजार है. 

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