अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने बुधवार को ऑस्ट्रेलियाई शहर ब्रिसबेन (Brisbane) को खेलों के 2032 संस्करण के लिए मेजबान के रूप में पुष्टि की. टोक्यो में हुई वोटिंग में ब्रिसबेन को चुना गया. ऑस्ट्रेलिया 1956 में मेलबर्न और 2000 में सिडनी में ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने के बाद तीसरी बार ब्रिसबेन में खेलों की मेजबानी करेगा.   

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AFP ने IOC के अध्यक्ष थॉमस बाख के हवाले से वोट के बाद कहा, “अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति सम्मान के साथ ये घोषणा करता है कि 35वें ओलंपियाड की मेजबानी ब्रिसबेन, ऑस्ट्रेलिया को सौंपी जाती है.” 

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इस घोषणा के बाद वोटिंग के दौरान मौजूद ऑस्ट्रेलिया के प्रतिनिधिमंडल ने जश्न मनाया और ब्रिसबेन में आतिशबाजी की गई. वोटिंग के समय ब्रिसबेन में फैंस इकट्ठा हुए थे. जून में IOC के 15 सदस्यीय कार्यकारी बोर्ड ने सर्वसम्मति से 2032 खेलों के लिए एकल उम्मीदवार के रूप में ब्रिसबेन का नाम प्रस्तावित किया था. 

इस घोषणा के बाद ओलंपिक खेलों के अगले तीन संस्करण के लिए मेजबान मिल गए हैं. 2024 ओलम्पिक की मेजबानी पैरिस के पास है और 2028 ओलंपिक की मेजबानी लॉस एंजिल्स के पास.  

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ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने वोटिंग से पहले कैनबरा से लाइव लिंक के जरिए कहा, “हम जानते हैं कि खेलों के सफल आयोजन के लिए क्या करना पड़ता है. 

ऑस्ट्रेलिया पहले ही दो बार ओलंपिक की मेजबानी कर चुका है, 1956 में मेलबर्न में और 2000 में सिडनी, जिसे व्यापक रूप से हाल के इतिहास में सबसे सफल खेलों में से एक माना जाता है. 

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