World Malaria Day 2023: मलेरिया एक ऐसी बीमारी है जिसका उपचार सही समय पर ना होने पर इंसान की मौत तक हो जाती है. विश्व मलेरिया दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को इसके प्रति जागरुक करना है और अपनी जान की रक्षा करना है. मलेरिया जैसी गंभीर बीमारी को अगर गंभीरता से नहीं लिया गया तो समस्या बड़ी हो सकती है. मलेरिया जैसी बीमारी की ओर लोगों को ध्यान देना चाहिए और इसको नियंत्रण कैसे किया जाए इसपर काम करना चाहिए. हर साल वर्ल्ड मलेरिया डे मनाने का मुख्य उद्देश्य् इसे कैसे रोका जाए यही है. तो चलिए आपको वर्ल्ड मलेरिया डे से जुड़ी कुछ बातें बता देते हैं.

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क्यों मनाया जाता है विश्व मलेरिया दिवस? (World Malaria Day 2023)

25 अप्रैल 2008 को पहली बार विश्व मलेरिया दिवस (World Malaria Day 2023) मनाया गया था. UNICEF ने इस दिन को मनाने का उद्देश्य बताया जिसमें विस्तारित है कि मलेरिया जैसी खतरनाक बीमरी पर जनता का ध्यान केंद्रित होना चाहिए क्योंकि सिर्फ मलेरिया से हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है. विकासशील देशों में मलेरिया के केस ज्यादा फैलते हैं और यह बीमारी मच्छ के कारण मुख्यरूप से फैलती है. प्रोटोजुअन प्लासमोडियम नाम का एक कीटाणु होता है जिसके प्रमुख वाहर मादा एनोफिलीज मच्छर हती हैं जो संक्रमित व्यक्ती से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति में कीटाणुओं को फैलाने का काम करते हैं.

मलेरिया के लक्षण (Symtoms of Malaria)

अगर आपको पता करना है कि मलेरिया कैसे समझ में आता है तो आपको उसके लक्षणों को पहचानना होगा. जैसे बुखार आना, पेट में दर्द होना, तेज सांस लेना, चक्कर आना, ठंड लगना, जी मिचलाना, उल्टी होना और थकान महसूस होना. अगर ये सभी परेशानियों हो रही हैं तो तुंरत डॉक्टर से संपर्क करें.

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