महाराष्ट्र (Maharashtra) का रत्नागिरी (Ratnagiri). इस जिले के सह्यादरी टाइगर रिजर्व (Sahyadari Tiger Reserve) में एक बंगाल मॉनिटर छिपकली (Bengal Monitor Lizard) के साथ कथित तौर पर गैंगरेप का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. कहा जा रहा है कि ये लोग जंगल में शिकार की नीयत से घुसे थे.

कैसे पता चला इस बात का

इंडिया टुडे के मुताबिक, वन अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने रत्नागिरी जिले के गोठाणे गांव से सह्यादरी टाइगर रिजर्व में प्रवेश किया था. ये यहां शिकार करने के मकसद से घुसे थे.

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सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों का पता लगाया. 31 मार्च को प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद छिपकली से रेप का मामला सामने आया आया. इन्हें जब पकड़ा गया तो इनमें से एक आरोपी के पास मोबाइल में बंगाल मॉनिटर छपकली के साथ रेप की घटना का वीडियो मिला, जिसे देख सब हैरान रह गए.

ये सभी कोंकण से कोल्हापुर के चंदोली गांव से शिकार के लिए आए थे. इनकी पहचान संदीप तुकाराम पवार, मंगेश कामटेकर, अक्षय कामटेकर और रमेश घग के रूप में हुई है. हमने 1 अप्रैल को सबसे पहले पहले संदीप तुकाराम को पकड़ा जिसे बाकियों के नाम क़बूले फिर सभी को धर दबोचा…फिलहाल सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.

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छिपकली से रेप की क्या सजा मिलेगी

भारतीय वन्य जीव संरक्षण (संशोधित) अधिनियम 2002 (Indian Wildlife Protection (Amendment) को वन्यजीवों के अवैध शिकार, उनके हाड़-मांस और खाल के अवैध कारोबार पर रोक लगाने के मकसद से बनाया गया था. इसके जरिए छिपकली का रेप करने वालों को सजा मिल सकती है. दोषी पाए जाने वाले व्यक्ति को कम से कम 3 और अधिकतम 7 साल कारावास की सजा हो सकती है. साथ ही उस पर 25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया जा सकता है. या फिर दोनों ही तरह से दोषी को दंडित किया जा सकता है.

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कैसी होती है बंगाल मॉनिटर छिपकली?

बंगाल मॉनिटर छिपकली एक बड़े आकार की छिपकली होती है, जो जंगलों में आमतौर पर जमीन पर रहती है. इसकी कुल लंबाई लगभग 61 से 175 सेमी (24 से 69 इंच) तक होती है. यह भारतीय उपमहाद्वीप के साथ-साथ दक्षिण-पूर्व एशिया और पश्चिम एशिया के कुछ हिस्सों में पाई जाती है. यह छिपकली 250 मीटर की दूरी पर खड़े इंसान को पहचान लेती है और इंसानों से डरती है. इसकी पूंछ धारदार होती है और यह पूंछ से किसी व्यक्ति पर हमला कर सकती है.

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