वरिष्ठ ओबीसी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने पिछले ही महीने पार्टी बदली थी और बीजेपी छोड़ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे. अब उनकी विधानसभा सीट भी बदल गई है. कई बार पडरौना से विधानसभा चुनाव जीत चुके मौर्य को इस बार समाजवादी पार्टी ने फाजिलनगर सीट से प्रत्याशी बनाया है. स्वामी प्रसाद मौर्य के सीट बदलने के पीछे दो वजहों को प्रमुख माना जा रहा है- पहला तो कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए RPN सिंह हैं और दूसरा पडरौना का चुनावी समीकरण. बता दें कि कुशीनगर की फाजिलनगर सीट पर पिछली दो बार से बीजेपी जीतती आई है. 

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क्यों छोड़ी पडरौना विधानसभा सीट? 

पांच बार विधायकी जीत चुके स्वामी प्रसाद मौर्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह के बीच इस बार पडरौना सीट पर बड़ी सियासी टक्कर की उम्मीद लगाई जा रही थी. लेकिन एंटी इनकंबेंसी और लोगों के नाराजगी को भापते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने सीट बदलना बेहतर समझा. बीजेपी अगर आरपीएन सिंह को पडरौना से प्रत्याशी बनाती है तो मौर्य के लिए चुनाव जीतना मुश्किल हो जाता. बीजेपी के वोटर्स के साथ आरपीएन सिंह का पलड़ा भारी माना जा रहा था. 

फाजिलनगर सीट क्यों?  

फाजिलनगर विधानसभा सीट भी कुशीनगर जिले में ही पड़ती है. फाजिलनगर सीट पर पिछले 10 साल से बीजेपी का कब्जा है. लेकिन पहले ये समाजवादी पार्टी का मजबूत गढ़ रहा है. फाजिलनगर सीट पर कुशवाहा वोट के साथ-साथ और मुस्लिम वोट निर्णायक भूमिका में हैं, जिससे स्वामी प्रसाद का दावा मजबूत होता है. फाजिलनगर सीट पर बीजेपी के गंगा कुशवाहा दो बार से विधायक हैं, लेकिन इससे पहले सपा के दिग्गज नेता विश्वनाथ का कब्जा का था.

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फाजिलनगर सीट पर करीब 90 हजार मुस्लिम वोटर्स हैं, यहां 55 हजार मौर्य-कुशवाहा वोटर हैं जबकि 50 हजार यादव मतदाता हैं. इसके अलावा 80 हजार दलित वोटर भी हैं. इस सीट पर ब्राह्मण वोटर 30 हजार, ठाकुर वोटर बहुत बड़ी संख्या में नहीं है. हालांकि, वैश्य 30 और कुर्मी वोटर 28 हजार के करीब हैं. कुशीनगर में छठे फेज के तहत 3 मार्च को मतदान होना है.

RPN सिंह पडरौना से विधायक रह चुके हैं 

RPN सिंह ने वर्ष 1993 में पहली बार पडरौना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा. इस पहले चुनाव में उनकी हार हो गई. इसके बाद 1996, 2002 और 2007 में लगातार तीन बार पडरौना से चुनाव जीते. इस दौरान उन्होंने लोकसभा चुनाव में भी किस्मत आजमाई लेकिन हार का सामना करना पड़ा.

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आगे चलकर वह वर्ष 2009 के लोकसभा चुनाव में कुशीनगर सीट से जीत हासिल की. आरपीएन सिंह ने स्वामी प्रसाद मौर्य को 21 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया था. बता दें कि उस दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य बहुजन समाज पार्टी में थे. 

यूपी में सात फेज में 10 फरवरी, 14 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च, और 7 मार्च को मतदान कराया जाएगा. जबकि मतगणना 10 मार्च को होगी.

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