राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अंदर घमासान शुरू हो गया है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का मूड बना लिया है. राजद छात्र ईकाई से आकाश यादव को हटाए जाने पर तेज प्रताप यादव ने जगदानंद सिंह पर पार्टी के संविधान का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. उन्होंने ये भी कहा कि जगदानंद दोनों भाईयों में फूट डालना चाहते हैं. तेज प्रताप यादव ने कहा है कि अगर जगदानंद के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो वह कोर्ट जाएंगे.

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दरअसल, जगदानंद ने कहा था, तेज प्रताप यादव कौन है? मैं लालू यादव और तेजस्वी यादव के अलावा किसी को नहीं जानता. इस पर नाराज तेज प्रताप यादव ने कहा, आपने कह दिया हू इज तेज प्रताप यादव लेकिन लालू जी से जाकर पूछिए हू इज तेज प्रताप यादव. कल तक तो ये भी बोल सकते हैं कि हू इज लालू यादव, हू इज तेजस्वी यादव, हू इज मीसा यादव. इनका मकसद है कि किस तरह से कृष्ण और अर्जुन की जोड़ी तोड़ी जाए.

तेज प्रताप ने कहा कि किसी भी हटाने से पहले नोटिस दिया जाती है लेकिन आकाश को अचानक हटा दिया गया. पार्टी के संविधान में लिखा है कि किसी को हटाते हैं तो उसको नोटिस जारी करेंगे लेकिन नोटिस नहीं जारी किया गया. कई लोगों को बिना नोटिस हटा दिया गया.

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तेज प्रताप ने कहा, मैं पीछे नहीं हटने वाले हैं. जगदानंद परिवार को बांटना चाहते हैं. वह हम दोनों भाइयों को लड़ाना चाहते हैं. उनकी मंशा राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की है. पिता के जेल जाने के बाद से ही वह इस कोशिश में लगे हुए हैं. अध्यक्ष नहीं बन पाने से जगदानंद हताश हो गए हैं.

उन्होंने कहा, पार्टी की विचारधारा को बदलने की कोशिश हो रही है. नौजवानों को रोका जा रहा है. पार्टी में कार्यकर्ताओं का अपमान होने से बिखराव होगा. कोरोना काल में कोई नहीं निकल रहा था तब हमारा नौजवान लोग निकल रहा था और लोगों की मदद कर रहा था.

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