ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की अध्यक्ष और असम के सिलचर से पूर्व सांसद सुष्मिता देव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. सुष्मिता देव ने कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंपा है. वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने तंज कसते हुए कहा है कि, पार्टी युवा छोड़ते हैं जिम्मेदार हम बूढ़ों को ठहराया जाता है.

कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर लिखा, ‘सुष्मिता देव, हमारी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा, जब युवा चले जाते हैं तो बूढ़ों को इसे मजबूत करने के हमारे प्रयासों के लिए दोषी ठहराया जाता है.पार्टी आगे बढ़ती रहती है. आंखें बंद किए.’

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सुष्मिता देव को कांग्रेस की तेज तर्रार नेता के रूप में जाना जाता है. कांग्रेस के कद्दावर नेता संतोष मोहन देव की बेटी हैं और उन्होंने दिल्ली के मिरांडा हाउस और फिर लंदन के किंग्स कॉलेज से शिक्षा ग्रहण की है. 2014 में पहली बार सिलचर की पारिवारिक सीट से संसद पहुंची थी. उनकी मां बिथिका देव भी विधायक रह चुकी हैं.

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सुष्मिता देव ने पार्टी से इस्तीफा देने का कारण स्पष्ट नहीं किया है. उन्होंने कहा है, मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ अपने तीन दशक लंबे जुड़ाव को संजोती हूं.. आपने मुझे जो मार्गदर्शन और अवसर दिए, उसके लिए मैं व्यक्तिगत रूप से आपका धन्यवाद करती हूं.

आपको बता दें, सुष्मिता देव पहली युवा नेता नहीं है जिन्होंने पार्टी छोड़ा है. इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद भी कांग्रेस को अलविदा कह दिया था और बीजेपी में शामिल हो गए थे. हालांकि, सुष्मिता देव ने साफ नहीं किया है कि वह आगे क्या करनेवाली हैं.

सियासी गलियारों में खबर है कि वह जल्द ही तृणमूल कांग्रेस के साथ जा सकती है. हालांकि इस बारे में किसी तरह की पुष्टि नहीं की गई है.

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