चक्रवाती तूफान ‘यास’ 130-145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से देश के पूर्वी तट से टकराया और तबाही के कई निशान छोड़ गया. ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाके इस तूफ़ान से बुरी तरह से प्रभावित हुए. ओडिशा में तीन और पश्चिम बंगाल में एक व्यक्ति की मौत हुई है.
तूफान ‘यास’ ओडिशा के बालासोर और भद्रक में तबाही के अनेक निशान छोड़कर गया है और इन जगहों पर बड़ी संख्या में पेड़ तथा बिजली के खंभे गिर गए, निचले इलाकों में बाढ़ आ गई और कच्चे मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए.

बंगाल के पूर्वी मिदनापुर का दीघा पूरी तरह से जलमग्न हो गया है और राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सेना को बुलाया गया है.
पूर्वी मिदनापुर जिले के दीघा में चक्रवात यास के लैंडफॉल के दौरान पैदल यात्री बाढ़ वाली सड़क से गुजरते हुए.
मिदनापुर: सेना के अधिकारी बुधवार, 26 मई, 2021 को दीघाओं में चक्रवात यास के लैंडफॉल के दौरान गश्त करते हुए.
पूर्वी मिदनापुर जिले के दीघा में चक्रवात यास के लैंडफॉल के दौरान उफान पर समुद्र.
दक्षिण 24 परगना जिलों में अगले 24 घंटों में बहुत भारी बारिश होने की आशंका जताई गई है.
ओडिशा के बालासोर में बड़ी संख्या में पेड़ तथा बिजली के खंभे गिर गये, निचले इलाकों में बाढ़ आ गयी और कच्चे मकान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये.
कोलकाता: कोलकाता में चक्रवात ‘यास’ के लैंडफॉल के दौरान पानी में डूबी सड़क से गुजरते पैदल यात्री.
बंगाल सरकार ने दावा किया है कि इस प्राकृतिक आपदा के कारण कम से कम एक करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं.
ओडिशा के संवेदनशील क्षेत्रों से 5.8 लाख लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाया गया है और पश्चिम बंगाल में 15 लाख लोगों को शरणस्थलों पर पहुंचाया गया है.
झारखंड में अधिकारियों ने बताया कि झारखंड में मध्यरात्रि चक्रवात के आने की आशंका को देखते हुए पहले से ही सतर्कता बरती जा रही है. राज्य के निचले इलाकों को खाली कराया जा रहा है.