Indira Gandhi Death Cause: जब भी भारत के इतिहास की बातें होंगी तब तब भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का नाम लिया जाएगा. वो बहुत ही शांत स्वभाव की थीं लेकिन राजनीति में आने के बाद वो भारत की लेडी आयरन वुमन बनकर उभरीं. उन्होंने प्रधानमंत्री रहने के दौरान ऐसे-ऐसे निर्णय लिये जो इतिहास में दर्ज हो गए. 31 अक्टूबर के दिन इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि मनाई जाती है और इस साल उनकी 39वीं पुण्यतिथि मनाई जा रही है. इंदिरा गांधी का निधन नेचुरल नहीं था बल्कि उनकी हत्या की गई थी लेकिन ये हत्या कब, क्यों और किसने की थी चलिए आपको 31 अक्टूबर 1984 के दिन का इतिहास बताते हैं.

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इंदिरा गांधी की हत्या किसने और क्यों की थी? (Indira Gandhi Death Cause)

31 अक्टूबर 1984 को दिन भारतीय इतिहास के पन्नों में दर्ज है. ये वो दिन था जब भारत ने अपनी पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को खो दिया था. इंदिरा फौलादी इरादों वाली और अपने फैसलों पर अडिग रहने वाली महिला थीं लेकिन 31 अक्टूबर 1984 को उनके ही अंगरक्षकों ने उनकी हत्या कर दी थी. इस खबर ने देशभर के लोगों को हिला दिया था क्योंकि इंदिरा गांधी भारत की एक लोकप्रिय नेता थीं. 31 अक्टूबर 1984 का दिन इंदिरा गांधी के लिए आम दिनों की तरह ही था. प्रधानमंत्री पद पर होने के नाते वो मीटिंग्स और बाकी कामों में मशरूफ थीं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंदिरा गांधी को अपनी मौत का अंदाजा पहले से ही हो गया था. उन्होंने ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर की दोपहर में एक चुनावी सभा को संबोधित किया था जिसमें भावुक भाषण दी थीं.

इंदिरा गांधी का आखिरी भाषण (Indira Gandhi Last Speech in Hindi)

भुवनेश्वर में इंदिरा गांधी ने जन संबोधन में कहा था, ‘मैं आज यहां हूं, कल शायद ना रहूं. मेरा जीवन लंबा रहा और मुझे इसपर गर्व है कि मैं भारत के प्रधान के रूप में कार्यरत रही. मैंने मेरा जीवन देशवासियों की सेवा में बिताया है. जब मैं मरुंगी तो मेरे खून का एक-एक कतरा भारत को मजबूत करने में लगेगा.’ इंदिरा गांधी ने ये स्पीच हत्या के एक दिन पहले दी थी और ऐसा लग रहा था कि उन्हें अपनी आने वाली मौत का अंदाजा पहले ही हो गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 31 अक्टूबर 1984 को सुबह नाश्ता करके अपने काम पर निकली थीं. सफदरगंद रोड में स्थित उनके आवास में सुबह के करीब 9.30 बजे उनके अंगरक्षकों बेअंत सिंह और सतवंत सिंह ने इंदिरा गांधी को करीब 25 गोलियां दागी थीं. अचानक ये सब होने पर वहां अफरा तफरी मची और ये खबर पलभर में पूरे देश में फैल गई. हत्या होने के बाद खून से लथपथ इंदिरा गांदी को अस्पताल ले जाया गया. गोली लगने के रीब 4 घंटों के बाद इंदिरा गांधी को डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया था.

कौन थीं इंदिरा गांधी (Who was Indira Gandhi)

19 नवंबर 1917 को यूपी के प्रयागराज में इंदिरा गांधी का जन्म जवाहरलाल नेहरू (आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री) और कमला नेहरू की बेटी के रूप में हुआ था. इंदिरा गांधी अपने माता-पिता की एकलौती संतान थीं और बहुत ही लाड-प्यार से पाली गई थीं. इंदिरा गांधी ने फिरोज गांधी के साथ साल 1942 में शादी की थी और उनसे उन्हें राजीव गांधी (Rajeev Gandhi) और संजय गांधी (Sanjay Gandhi) दो बेटे हुए. साल 1966 में इंदिरा गांधी पहली बार प्रधानमंत्री बनीं जो 1984 तक इसी पद पर थीं और उनकी राजनैतिक हत्या उसी दौरान हुई. इंदिरा गांधी भारत की एकमात्र महिला प्रधानमंत्री हैं और उनकी लोकप्रियता ना सिर्फ भारत में थी बल्कि विदेशों में भी लोग उन्हें पहचानते थे.

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