हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को शुक्रवार को यहां कोरोना वायरस से बचाव के लिए स्वदेश विकसित संभावित टीके कोवैक्सिन की परीक्षण खुराक (ट्रायल डोज) दी गई. टीके के तीसरे चरण के परीक्षण के लिए स्वैच्छिक रूप से आगे आने वाले वह राज्य के पहले व्यक्ति हैं.

भारत बायोटेक की कोवैक्सिन के तीसरे चरण का परीक्षण राज्य में शुक्रवार से आरंभ हुआ. इसमें, भाजपा के 67 वर्षीय नेता को अंबाला कैंट के सिविल हॉस्पिटल में परीक्षण खुराक दी गई.

विज ने कहा कि टीके के तीसरे चरण के परीक्षण में स्वेच्छा से इसकी खुराक लेने वाले वह देश के पहले व्यक्ति हैं.

ऐसा बताया जाता है कि विज किसी भी राज्य सरकार के ऐसे पहले कैबिनेट मंत्री हैं जो स्वेच्छा से कोविड-19 के संभावित टीके की परीक्षण खुराक लेने के लिए सामने आए हैं.

अंबाला कैंट से विधायक विज ने बुधवार को कहा था कि कोवैक्सिन के तीसरे चरण का परीक्षण राज्य में 20 नवंबर से शुरू होगा और उन्हें इसकी खुराक लेने की पेशकश की गई है.

कोवैक्सिन नामक इस संभावित टीके का विकास भारत बायोटेक ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के साथ मिलकर किया है.

कोवैक्सिन का मानव पर परीक्षण इस साल जुलाई में रोहतक के पीजीआईएमएस में शुरू हुआ.

विज को टीके की खुराक दिए जाने के वक्त पीजीआईएमएस, रोहतक के कुलपति ओ. पी. कालरा और ध्रुव चौधरी सहित कई डॉक्टरों की टीम वहां मौजूद थी.

सिविल सर्जन डॉ. कुलदीप सिंह ने संवाददाताओं को बताया कि विज को कोवैक्सिन की खुराक सफलतापूर्वक दी गई.

हालांकि, इससे पहले अस्पताल में मंत्री की कुछ जांचें करवाई गई थीं और टीका लगाने से पहले उन्हें कुछ समय तक निगरानी में रखा गया था. हालांकि बाद में उन्होंने चंडीगढ़ में अपने कार्यालय में काम भी किया.

यह पूछने पर कि क्या टीके का खुराक लेते हुए उन्हें डर भी लगा, विज ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘डर क्या होता है.’’

विज ने कहा कि उन्होंने अपने परिवार और शुभचिंतकों से कहा कि अगर दूसरे लोग टीके का परीक्षण अपने ऊपर करवा सकते हैं, तो वह ऐसा क्यों नहीं कर सकते.