पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को दावा किया कि पूरे देश को राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में खून-खराबा और हिंसा होने की आशंका है. उन्होंने पुलिस और प्रशासन से निष्पक्षता बनाए रखने को कहा.

धनखड़ ने कहा कि यदि लोक सेवक राजनीतिक काम में शामिल हो जाएं तो यह लोकतांत्रिक व्यवस्था को बड़ा झटका होगा और कानून के शासन के लिए इससे बड़ी कोई चुनौती हो नहीं सकती है.

धनखड़ ने पुरुलिया की यात्रा के दौरान संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘ देश में सिर्फ एक चर्चा हो रही है, जिसमें आंशका जताई जा रही है कि पश्चिम बंगाल में चुनावों में खून-खराबा होगा और हिंसा होगी.’

राज्यपाल ने प्रशासन, पुलिस और मीडिया से भी हिंसा मुक्त विधानसभा चुनाव के लिए माहौल बनाने को कहा. यह चुनाव इस साल अप्रैल-मई में होने हैं.

धनखड़ ने कहा कि अगर मतदाताओं को डराया जाता है और सरकारी अधिकारियों को राजनीतिक काम में शामिल किया जाता है तो यह चुनाव प्रक्रिया के लिए एक झटका होगा.

उन्होंने सरकारी मशीनरी से तटस्थ रहने का आग्रह किया. साथ में यह सुनिश्चित करने को कहा कि विधानसभा चुनाव के दौरान लोग स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से अपने मताधिकार का उपयोग कर सकें.

राज्यपाल ने बुधवार को आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं हो पाएंगे और लोग बिना डर के अपने मताधिकार का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं.

सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से राज्यपाल को हटाने का आग्रह किया और दावा किया है कि वह असंवैधानिक तरीके से काम कर रहे हैं.