देश के पहले चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनका अंतिम संस्कार उनकी पत्नी मधुलिका रावत के साथ किया गया, जिन्होंने तमिलनाडु में हुए हेलीकॉप्टर क्रैश में जनरल रावत और 11 अन्य सैन्य कर्मियों के साथ जान गंवाई. उनकी बेटियों कृतिका और तारिणी ने उनका अंतिम संस्कार किया.

जनरल बिपिन रावत को 17 तोपों की सलामी दी गई. अंतिम संस्‍कार के दौरान 800 सैन्‍यकर्मी मौजूद रहे. कई गणमान्‍य हस्तियां भी जनरल रावत को ‘अंतिम विदाई’ देने के लिए मौजूद थीं.

जनरल बिपिन रावत का अंतिम संस्कार दिल्ली छावनी के बरार स्क्वायर श्मशान में हुआ, जहां उनके पार्थिव शरीर को उनके आधिकारिक आवास 3, कामराज मार्ग से फूलों से सजी एक औपचारिक गाड़ी पर ले जाया गया. 

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हरिद्वार में गंगा जी में विसर्जित होंगी अस्थियां

जनरल रावत की छोटी बेटी तारिणी ने बताया, “दिल्ली छावनी के श्मशान में आज अंतिम संस्कार के बाद हम उनकी अस्थि को कल हरिद्वार ले जाएंगे.”

तमिलनाडु के कुन्नूर के पास बुधवार को Mi17V5 हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से 63 वर्षीय जनरल रावत उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य रक्षा कर्मियों की मौत हो गई थी. 

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भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना, गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी, कई केंद्रीय मंत्री और राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेता, धार्मिक गुरु, संतों और कई सांसदों ने भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और उनकी पत्नी को अंतिम सम्मान दिया. 

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