16 मई का दिन हर तरफ बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima 2022) के रूप में मनाया गया. पीएम नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली लोगों को संबोधित किया और अलग-अलग क्षेत्रों से लोगों ने इस दिन की लोगों को शुभकामनाएं दी. गौतम बुद्ध किसी एक परिस्थिति तक सीमित नहीं थे बल्कि वे हर किसी को मानवता के तहत मदद करने के संदेश देते थे. उनके कहे गए उपदेशों को कई लोग आज भी मानते हैं और हर किसी को उन उपदेशों को मानने की जरूरत है. अगर आपने गौतम बुद्ध के उपदेश (Gautam Buddha Updesh in Hindi) नहीं पढ़े हैं तो आप बिल्कुल सही जगह हैं.

यह भी पढ़ें: Rabindranath Tagore की ये 10 बातें बदल सकती हैं आपका जीवन, जानें

गौतम बुद्ध के 10 बड़े उपदेश

1. जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से अच्छा है खुद पर विजय प्राप्त करना चाहिए. अगर आपने ये कर लिया तो हर क्षेत्र में जीत आपकी होगी और इसे आपसे कोई नहीं छीन सकता है.

2. किसी भी हालात में सूर्य, चंद्रमा और सत्य को छिपाया नहीं जा सकता है, भले ही इंसान कितना कुछ बदल डालें.

गौतम बुद्ध के उपदेश.

3. जीवन किसी उद्देश्य या लक्ष्य तक पहुंचने से ज्यादा जरूरी उस यात्रा को अच्छे से संपन्न करना होता है.

4. बुराई को बुराई से आप कभी खत्म नहीं कर सकते हैं. घृणा को सिर्फ प्रेम से ही प्राप्त किया जा सकता है और यही एक अटूट सत्य होता है.

यह भी पढ़ें: Lal Bahadur Shastri Jayanti: सफल होने के ये हैं लाल बहादुर शास्त्री के प्रेरणादायक मंत्र

5. सत्य की राह पर चलते हुए व्यक्ति दो गलतियां कर सकता है एक तो ये कि या तो वो पहला रास्ता ना तय करता और दूसरा या फिर शुरुआत ही ना करता.

6. भविष्य के बारे में सोचकर या अतीत में उलझने से अच्छा है जो वर्तमान में चल रहा है उसपर ध्यान दो. जीवन में खुश रहने का यही एकमात्र रास्ता है.

7. खुशियां हमेशा बांटने से बढ़ती है जैसे एक जलते हुए दीये से हजारों दीपक रोशन होते हैं फिर भी उस दीये की रोशनी कम नहीं होती.

8. चाहे आप किताबे अच्छी पढ़ें, चाहे कितने भी अच्छे शब्द क्यों ना सुन लें लेकिन जब तक आप उनको अपने जीवन में नहीं अपनाते तब तक उसका कोई फायदा नहीं

9. हमेशा क्रोध में रहना, ठीक उसी तरह होता है जैसे जलते हुए कोयले को किसी दूसरे व्यक्ति पर फेंकने की इच्छा करते हुए खुद पकड़े रहना. यह क्रोध सबसे पहले आपको जलाता है.

10. क्रोध में रहकर हजारों गलत सब्द बोलने से अच्छा है मौन होकर एक शब्द को गले लगा लें और वो शांति है.

यह भी पढ़ें: केदारनाथ धाम पर भीड़ ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, रोज पहुंच रहे 25000 श्रद्धालु