इस साल यानी 2021 में पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को लगने वाला है. वहीं, इस पहले सूर्य ग्रहण पर अद्भूत संयोग बना रहा है जो 148 साल बाद ऐसा दोबारा होने वाला है. हालांकि, ये सूर्य ग्रहण भारत में कम ही दिखने वाला है. लेकिन सूर्य ग्रहण को धार्मिक महत्व काफी अधिक हैं.

साल के पहले सूर्य ग्रहण के दिन वट सावित्री पूजा है इसके साथ ही इसी दिन शनि जयंती है. इसके अलावा जेष्ठ अमावस्या भी है. इन सभी चीजों का धार्मिक महत्व है. वहीं, शनि जयंती के दिन ग्रहण का संयोग 148 साल बाद बन रहा है. हालांकि, धार्मिक रूप से देखें तो इसे शुभ नहीं माना जाता है.

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भारत में ये सूर्य ग्रहण अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख में दिखने वाला है. ये शाम के 5.52 बजे दिखेगा. वहीं, ये ग्रहण यूरोप, उत्तरी कनाडा, उत्तर अमेरिका, रूस, ग्रीनलैंड में देखने वाला है. कनाडा, ग्रीनलैंड तथा रूस में वलयाकार सूर्य ग्रहण दिखने वाला है.

कैसे होता है सूर्य ग्रहण

जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में आ जाते हैं तो इस घटना को सूर्य ग्रहण कहते हैं. इसमें चंद्रमा सूर्य की रोशनी को पृथ्वी पर आने से रोकता है.

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