सर्दियों के मौसम में ज्यादातर लोग हरे मटर का इस्तेमाल करते हैं. वहीं, हरा मटर सब्जियों में ही उगते हैं. ऐसे में किसानों को मटर की फसल से मोटी कमाई होती है. वहीं, अगर इस मटर को प्रोसेस किया जाए तो 10 गुना ज्यादा कमाई किया जा सकता है. हम आपको बताते हैं किसान या मंडियों से हरे मटर लेकर उससे फ्रोजन मटर बनाकर अपना बिजनेस चल सकते हैं जिसमें बड़ा मुनाफा आपको मिलेगा.

फ्रोजन मटर का कारोबार आप छोटे से जगह पर भी कर सकते हैं. ये एक कमरे में भी हो सकता है. हालांकि, बड़े पैमाने पर इस कारोबार को करने के लिए आपक 4 से 5 हजार वर्ग फुट जगह की जरूरत होगी. आपके पास जगह है तो ये कारोबार खूब तेजी से बढ़ेगा.

यह भी पढ़ेंः Business Idea: सिर्फ 50 हजार रुपये से शुरू करें ये बिजनेस और कमाएंगे लाखों, सरकार दे रही सब्सिडी

वहीं, छोटे स्‍तर पर बिजनेस शुरू करने पर हरी मटर छीलने के लिए कुछ मजदूरों की जरूरत होगी. वहीं, बड़े लेवल पर आपको मटर छीलने वाली मशीनों की जरूरत पड़ेगी. साथ ही आपको कुछ लाइसेंस भी चाहिए होंगे. अगर बड़े पैमाने पर कारोबार करना चाहते हैं तो विज्ञापन पर भी खर्च करना होगा.

फ्रोजन मटर की कीमत 10 गुना

कितना फायदा

आपको बता दें, अगर आप मटर के सीजन में 10 रुपये किलो मटर तक खरीद सकते हैं और अगर दो किलो मटर में एक किलो मटर के दाने निकलते हैं तो आप इसे प्रोसेस कर थोक मार्केट में 120 रुपये किलो तक बेच सकते हैं. जबकि खुदरा बाजार में यह 200 रुपये पैकेट बंद प्रति किलो मिलते हैं.

यह भी पढ़ेंः जानें घर में कैसे उगा सकते हैं ब्रोकली? ट्रांसप्लांट की भी लें जानकारी

कब करें तैयारी

मटर के दानों की मांग पूरे साल बनी रहती है. इन्‍हें आप नजदीकी दुकानों, रेस्टोरेंट, ढाबे में सीधे पहुंचाकर मोटी कमाई कर सकते हैं. बेहतर होगा कारोबार शुरू करने से पहले आप अपने आसपास के बाजार में मटर की सालाना मांग का अंदाजा लगा लें. फिर उसी हिसाब से हरी मटर खरीदें और फिर प्रोसेस करें. हरी मटर सिर्फ दिसंबर से फरवरी के बीच उपलब्‍ध होती है.

यह भी पढ़ेंः पैसे डबल कर देनेवाली स्किम है KVP, जानें इसके बारे में सबकुछ

फ्रोजन का प्रोसेस

मटर को छीलने के बाद उसे करीब 90 डिग्री सेंटिग्रेट के तापमान तक ले जाया जाता है. फिर मटर के दानों को 3-5 डिग्री सेंटिग्रेट तक ठंडे पानी में डाला जाता है. इससे सभी बैक्टीरिया मर जाते हैं. इसके बाद मटर को करीब -40 डिग्री तक के तापमान में रखा जाता है. इससे मटर जम जाती है. फिर मटर के दानों को अलग-अलग वजन के पैकेट्स में पैक कर बाजार में पहुंचा दिया जाता है.

यह भी पढ़ेंः Business Idea: नौकरी के साथ-साथ घर बैठे कर सकते ये बिजनेस, इनकम सोर्स के जानें ये तीन तरीके