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Govatsa Dwadashi 2022 date: कब है गोवत्स द्वादशी? जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

हर साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि को गोवत्स द्वादशी का पर्व मनाया जाता है. तो चलिए हम आपको बताएंगे गोवत्स द्वादशी पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में

Written by:Kaushik
Published: October 21, 2022 04:03:39 New Delhi, Delhi, India

Govatsa Dwadashi 2022: हर साल कार्तिक कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि को गोवत्स द्वादशी का पर्व मनाया जाता है. इस बार गोवत्स द्वादशी का पर्व आज (21 अक्टूबर) को मनाया जाएगा. हिंदू (Hindu) पंचांग के मुताबिक, इस वर्ष कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की द्वादशी तिथि (Govatsa Dwadashi Date) 21 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 22 मिनट से शुरू हो रही है.

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द्वादशी तिथि का समापन अगले दिन यानि 22 अक्टूबर को शाम 6 बजकर 02 मिनट पर होगी. ऐसे में उदया तिथि के मुताबिक, गोवत्स द्वादशी 21 अक्टूबर को मनाई जाएगी. तो चलिए हम आपको बताएंगे गोवत्स द्वादशी पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में.

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गोवत्स द्वादशी 2022 डेट और शुभ मुहूर्त

द्वादशी तिथि आरंभ – अक्टूबर 21, 2022 को 05:22 पी एम

द्वादशी तिथि समाप्त – अक्टूबर 22, 2022 को 06:02 पी एम

प्रदोषकाल गोवत्स द्वादशी मुहूर्त – 05:46 पी एम से 08:18 पी एम

अवधि – 02 घण्टे 32 मिनट्स

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गोवत्व द्वादशी 2022 महत्व

हिंदू धर्म में गोवत्स द्वादशी के पर्व का विशेष महत्व है. इस त्योहार के दिन गोमाता और उसके बछड़ों की पूजा की जाती है. इस दिन लोग गोवत्स द्वादशी का व्रत भी रखते हैं. यह व्रत संतान की दीर्घायु और कुशलता के लिए रखा जाता है. गोवत्स द्वादशी के पर्व को महाराष्ट्र वासु बरस (vasubaras 2022)के नाम से जाना जाता है. तो वहीं गुजरात में गोवत्स द्वादशी को वाघ बरस के नाम के जाना जाता है.

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पुराणों के मुताबिक, गाय में सभी देवी-देवताओं का वास होता है. माना जाता है कि राजा दिलीप को भी गामाता की सेवा करने के बाद ही संतान की प्राप्ति हुई थी.इसकी चर्चा महाकवि कालिदास के महाकाव्य में भी की गई है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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