Vikat Sankashti Chaturthi: विकट संकष्टी चतुर्थी वैशाख महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथी को मनाई जाती है. हिंदू धर्म में इसका बहुत महत्व है. मान्यता के मुताबिक, विकट संकष्टी चतुर्थी (Vikat Sankashti Chaturthi) के दिन गणपति की पूजा की जाती है. इस दिन गणपति की पूजा करने से सभी मनोकामना पूर्ण होती है. लेकिन इस दिन पूजा करते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए और भूलकर भी कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए. वरना आपको दिक्कत हो सकती है. चलिए आपको बताते हैं संकष्टी चतुर्थी के दिन किन गलतियों से आपको सतर्क रहना चाहिए.

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Vikat Sankashti Chaturthi पर भूल कर भी न करें ये काम

– संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा करते समय ध्यान रखें कि तुलसी के प्रसाद का भोग नहीं लगाएं.
– संकष्टी चतुर्थी के दिन काले कपड़े पहन कर गणेश जी की पूजा नहीं करनी चाहिए.
– संकष्टी चतुर्थी के दिन तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए. इस दिन लहसून-प्याज और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए.
– संकष्टी चतुर्थी के दिन पारण से पहले खाना और जल अर्पित करना वर्जित माना जाता है.
– संकष्टी चतुर्थी के दिन किसी भी जानवर को मारना नहीं चाहिए. खास तौर पर चूहे को नहीं मारना चाहिए.

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बता दें, विकट संकष्टी चतुर्थी पर भगवान गणेश और चौथ माता की पूजा करने से संतान पर आने वाले सारे संकट दूर हो जाते हैं. वैवाहिक जीवन में तनाव खत्म होता है. कमजोर बुद्धि वालों के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है. घर कारोबार में आ रही समस्याओं से मुक्ति मिलती है, साथ ही रुके हुए मांगलिक कार्य संपन्न होते हैं.

विकट संकष्टी के लिए महत्वपूर्ण समय

गणपति की पूजा सुबह का मुहूर्त – सुबह 09:13 – सुबह 10:48
गणेश जी की पूजा शाम का मुहूर्त – शाम 06.43 – रात 09.33
चंद्रोदय समय – रात 10.02