Varuthini Ekadashi 2023 Tulsi Upay: वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी पर वरुथिनी एकादशी पड़ी है. 16 अप्रैल दिन रविवार को वरुथिनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा. एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होता है. इस दिन उनकी विधिवत पूजा होती है, कथा पढ़ी जाती है और दान-पुण्य की प्रथा है. इसके साथ ही अगर आप विष्णु प्रिय तुलसी के कुछ उपाय करते हैं तो आपकी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं. इस दिन की तुलसी पूजा आपके घर सुख-समृद्धि के साथ ढेर सारा धन भी ला सकता है. तुलसी की माला धारण करना भी बहुत शुभ होगा. चलिए आपको कुछ ऐसे ही उपाय बताते हैं.

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एकादशी पर करे तुलसी का ये एक उपाय (Varuthini Ekadashi 2023 Tulsi Upay)

हिंदू धर्म में एकादशी के बहुत मायने बताए गए हैं. जो लोग वरुथिनी एकादशी का व्रत रखते हैं वो एकादशी के प्रभाव से भगवान विष्णु के चरणों में वैकुंठ धाम जाते हैं. इस बार एकादशी के दिन तीन योग बने हैं जिसके कारण ये एकादशी बहुत महत्वपूर्ण बताई जा रही है. इन योगों में भगवान विष्णु की पूजा सच्चे मन से की जाएगी तो सफलता, प्रतिष्ठा और सुख-समृद्धि सबकुछ आपको मिलेगा. चलिए बताते हैं कि विष्णु पूजा के अलावा तुलसी के कौन कौन से उपाय करने चाहिए.

1. तुलसी के पौधे के सामने घी का दीपक जलाएं. शाम के समय यह दीपक जलाना ज्यादा शुभ होगा और साथ ही तुलसी आरती भी गा सकते हैं.

2. वरुथिनी एकादशी के दिन तुलसी की माला धारण करना अतिशुभ होगा. विष्णु पूजा के दौरान प्रतिमा के सामने तुलसी माला रख दें और पूजा के पास उसे पहन लें.

Varuthini Ekadashi ka Mahatva
वरुथिनी एकादशी का महत्व. (फोटो साभार: freepik)

3. तुलसी के पौधे की जड़ की गीली मिट्टी को माथे पर लगाने से भी आपके भाग्य खुलेंगे. इसके साथ ही तुलसी का पौधा लगाना भी शुभ होगा.

4. तुलसी को इस दिन छांव में रखें और उन्हें वस्त्र भी उढ़ाएं. साथ ही अपने मन की बातें तुलसी माता से कहें और फिर दीपक जलाएं.

5. तुलसी का पौधा आप भगवान विष्णु की प्रतिमा के साथ रखकर भी वरुथिनी एकादशी की पूजा कर सकते हैं.

आपकी जानकारी के लिए बता दें, 15 अप्रैल की शाम 8.45 से वरुथिनी एकादशी का मुहूर्त शुरू होगा लेकिन व्रत 16 अप्रैल को रखा जाएगा. उदया तिथि होने के कारण 16 अप्रैल को व्रत रखें और शाम 6.14 बजे से पहले पूजा करें. पारण 17 अप्रैल की सुबह 5.54 पर ही करें.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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