Shukra Gochar: सभी ग्रहों की अलग-अलग भूमिका होती है. इन ग्रहों में शुक्र ग्रह को सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है. क्योंकि इसे सुख, सुविधा, मनोरंजन और विलासिता का कारक ग्रह के रूप में देखा जाता है. जिस शख्स की कुंडली में शुक्र कमजोर होता है उन्हें कई प्रकार के समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इसके साथ ही उन्हें सतर्क रहने की भी जरूरत है. 6 अप्रैल को शुक्र का वृषभ राशि में गोचर (Shukra Gochar) होने वाला है.

ज्योतिषशास्त्र के मुताबकि, 6 अप्रैल 2023 को सुबह 11 बजकर 10 मिनट पर शुक्र ग्रह वृषभ राशि में गोचर करेंगे. इसका प्रभाव साकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह से पड़नेवाला है. लेकिन एक राशि को इस अवधि में ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. तो चलिए हम आपको इसके बारे में जानकारी देते हैं.

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Shukra Gochar का प्रभाव कहां होगा अच्छा

ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि शुक्र देव जिस जातक की कुंडली में मजबूत रहते हैं, उन्हें शारीरिक, मानसिक और सामाजिक जीवन में उन्नति प्राप्त होती है. साथ ही शुक्र ग्रह की कृपा से राहु, केतु और मंगल जैसे क्रूर ग्रहों के अशुभ प्रभाव कम हो जाते हैं. बता दें कि शुक्र ग्रह सौन्दर्य के भी कारक माने जाते हैं, इसलिए इनकी कृपादृष्टि से जातक को भौतिक सुख की भी प्राप्ति होती है.

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Shukra Gochar से मीन राशि को रहना होगा सावधान

ज्योतिषविदों के अनुसार 06 अप्रैल को होने वाले शुक्र गोचर का अशुभ प्रभाव मीन राशि के जातकों की समस्याएं बढ़ा सकता है. इस राशि के लिए शुक्र ग्रह अशुभ माना जा रहा है. इस दौरान मीन राशि के जातकों की स्वास्थ्य और नौकरी संबंधित क्षेत्रों में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. काम में भी मन नहीं लग सकता है, जिसके कारण बड़ी गलती होने का भय भी है. व्यवसाय क्षेत्र से जुड़े जातकों को नुकसान होने की संभावना भी अधिक है.

क्या करना चाहिए उपाय

मीन राशि के जातक शुक्र ग्रह के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की उपासना करें. घर में इस दिन हवन अवश्य करें. माना जाता है कि ऐसा करने से जातकों को शुभ फलों की प्राप्ति होती है और शुक्र ग्रह के अशुभ प्रभावों से छुटकारा मिल सकता है.