Pitru Paksha Do’s And Don’ts In Hindi: हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व होता है. पितृ पक्ष पूरी तरह से पितरों को समर्पित माना गया है. आपको बता दें कि कई मायनों में यह महीना बहुत ही ज्यादा खास हो जाता है. मान्यता है कि इस महीने हमारे पितर धरती पर हमसे मिलने आते हैं. ऐसे में पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए यह बहुत ही उत्तम समय होता है. ऐसे में इस दौरान बहुत सारे लोग पितरों का तर्पण (Pitru Paksha Do’s And Don’ts) करते हैं और उसके साथ ही कई और खास पूजा पाठ का आयोजन करते हैं. पितृ पक्ष के दौरान कुछ खास चीजें कर के और न कर के पितरों को प्रसन्न किया जा सकता है व उनका आशीर्वाद पाया जा सकता है. तो चलिए जानते हैं.

पितृपक्ष में क्या करना चाहिए? (Pitru Paksh Me Kya Karna Chahiye)

1- पितृपक्ष के दौरान के दौरान रोजाना अपने पितरों (Pitru Paksha Do’s And Don’ts) का स्मरण करना चाहिए व रोजाना उन्हें जल अर्पित करना चाहिए.

2- पितृपक्ष में पितरों को तर्पण करते समय पानी में काला तिल, फूल, दूध, कुश मिलाकर उससे उनका तर्पण करना बहुत ही उत्तम माना जाता है. मान्यता है कि कुश का उपयोग करने से पितर जल्द ही तृप्त हो जाते हैं.

3- पितृपक्ष के दौरान यदि आप अपने पितरों का तर्पण (Pitru Paksha Do’s And Don’ts) या श्राद्ध कार्यक्रम कर रहे हैं, तो आपको इस पूरे पक्ष में ब्रह्मचर्य का पालन अवश्य करना चाहिए.

4- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पितृपक्ष के सभी दिन पितरों के लिए भोजन निकालना चाहिए और वह भोजन गाय, कौआ, कुत्ता आदि को खिला देना चाहिए. मान्यता है कि उनके माध्यम से यह भोजन पितरों को प्राप्त होता है.

5- पितृपक्ष में पितरों के देव अर्यमा को अवश्य ही जल अर्पित करना चाहिए. मान्यता है कि जब ये प्रसन्न होते हैं तो सभी पितर भी प्रसन्न और तृप्त हो जाते हैं.

6- पितृ पक्ष के दिनों में दान दक्षिणा का विशेष महत्व माना गया है, तो ऐसे में हर किसी को अपने सामर्थ्य के अनुसार दान दक्षिणा जरूर करनी चाहिए. ऐसे करने से आपके पितर प्रसन्न होते हैं और आप पर अपनी कृपा बरसाते हैं.

पितृ पक्ष में क्या नहीं करना चाहिए? (Pitru Paksh Me Kya Nahi Karna Chahiye)

1- पितृपक्ष के दौरान खाने पीने का बहुत ध्यान देना चाहिए. इस दौरान लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा आदि चीजों के सेवन से परहेज करना चाहिए.

2- इस समय में अपने घर के बुजुर्गों और पितरों का अपमान (Pitru Paksha Do’s And Don’ts) नहीं करना चाहिए. उनके बारे में अपशब्दों का इस्तेमाल भी न करें, वरना आप पितृदोष का शिकार हो सकते हैं.

3- पितृपक्ष के दिनों में स्नान के समय तेल, उबटन आदि चीजों का इस्तेमाल भूलकर भी नहीं करना चाहिए.

4- पितृपक्ष के समय में किसी प्रकार के धार्मिक या मांगलिक कार्य जैसे मुंडन, सगाई, ग्रह प्रवेश, नामकरण आदि नहीं करने चाहिए. पितृपक्ष में ऐसे कार्य करना अशुभ माना जाता है..

5- पितृपक्ष में नए वस्त्रों की खरीददारी करने के साथ साथ नई चीजों की शुरुआत भी नहीं करनी चाहिए.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)