Pitru Paksha 2023 In Hindi: सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व माना जाता है. पितृ पक्ष का महीना पितरों को समर्पित माना जाता है. आपको बता दें कि इस महीने में पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध किया जाता है. बता दें कि पितृ पक्ष की शुरुआत भाद्र मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि से होती है और यह आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन तक चलता है. मान्यतानुसार, पितृ पक्ष के दिनों में हमारे पूर्वज धरती पर आते हैं. ऐसे में यह दिन काफी खास माने जाते हैं. तो चलिए आपको बताते हैं कि कब से पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है और पितृ पक्ष (Pitru Paksha 2023) का महत्व क्या है.

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पितृ पक्ष कब से शुरु हो रहे हैं?

साल 2023 में पितृ पक्ष (Pitru Paksha 2023) का आरंभ 27 सितंबर से होने जा रहा है और इसका समापन 14 अक्टूबर से हो जाएगा. इस दौरान पितरों का तर्पण आदि कर के उन्हें मोक्ष दिलाए जाने के साथ साथ उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है. इस दौरान किसी भी प्रकार के मांगलिक कार्य करने पर रोक रहती है व नई चीजों की खरीददारी करना भी वर्जित माना जाता है.

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पितृ पक्ष का महत्व

हिंदू धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व माना गया है. मान्यताओं के अनुसार, पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए पितृ पक्ष का समय काफी उचित माना जाता है. आपको बता दें कि पितृ पक्ष में श्राद्ध करने से व्यक्ति का जीवन खुशियों से भर जाता है. साथ ही पितरों का तर्पण करने से पितर प्रसन्न होते हैं और आप पर अपने आशीर्वाद की वर्षा करते हैं. साथ ही कहा जाता है कि पितरों के आशीर्वाद से व्यक्ति के काम तो बनते हैं साथ ही परिवार में सुख शांति भी बनी रहती है. इसलिए पितृ पक्ष में पूर्वजों का श्राद्ध और पिंड दान जरुर करना चाहिए. ऐसा करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)