Dev Diwali 2022 Puj Samagri List: हिन्दू धर्म में देव दीपावली के पर्व का विशेष महत्व हैं. इस दिन भक्त पूजा-अर्चना करके भगवान शिव (Lord Shiva) को प्रसन्न करते हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देव दीपावली और दिवाली, ये दो अलग पर्व है. दिवाली भगवान राम के अयोध्या लौटने का प्रतीक है तो वहीं देव दीपावली शिवजी के द्वारा राक्षस त्रिपुरासुर के अंत का.

यह भी पढ़ें: Vaikuntha Chaturdashi 2022 Wishes in Hindi: बैकुंठ चतुर्दशी पर प्रियजनों को भेजें ये खास शुभकामना संदेश

इस साल 8 नवंबर, सोमवार को देव दीपावली (Dev Diwali 2022 Date) पड़ रही है. इसलिए इसका महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है. कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध किया था, जिसकी खुशी में ये त्योहार मनाया जाता है. मान्यता है कि देव दीपावली के दिन गंगा नदी में स्नान करने और दीपदान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. ऐसा कहा जाता है कि अगर देव दीपावली की पूजा विशेष चीजों के साथ की जाएं तो भक्त को पूजा करने का शुभ फल प्राप्त होता है. तो चलिए हम आपको देव दीपावली पूजा सामग्री की जानकारी देंगे.

यह भी पढ़ें: कार्तिक मास में भगवान को चढ़ाएं तुलसी, मिलेगा 10 हजार गाय दान करने के बराबर पुण्य

देव दीपावली की पूजा में शामिल करें ये सामग्री:

भगवान गणेश व शिवजी की मूर्ति

मिट्‌टी के 11 दीपक

धूप

जनेऊ

बेलपत्र

पंचामृत

मौली

फल

दूर्वा घास

कुमकुम

तुलसी

इत्र

चंदन

मिठाई

गंगाजल

फूल

तेल

हल्दी

कपूर

कलश

पीतल का दीपक

नारियल

पान

सुपारी

केला

अष्टगंध

देव दीपावली शुभ मुहूर्त

देव दीपावली तिथि- 7 नवंबर 2022, सोमवार को

पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ – 7 नवंबर , 2022 को शाम 4 बजकर 15 मिनट से शुरू

पूर्णिमा तिथि समाप्त – 8 नवंबर , 2022 को शाम 04 बजकर 31 मिनट पर खत्म.

प्रदोष काल देव दीपावली मुहूर्त – शाम 5 बजकर 14 मिनट से शाम 7 बजकर 49 मिनट तक

अवधि- 2 घंटे 32 मिनट.

यह भी पढ़ें: Vivah Muhurat 2022: शुरू हो गए मांगलिक काम, जानें मार्च में कब तक हैं शादी के शुभमुहूर्त

देव दीपावली पर दीपदान का महत्व

मान्यता है कि देव दीपावली के दिन गंगा स्नान करने के बाद दीपदान करना चाहिए. ध्यान रहे कि ये दीपदान नदी किनारे ही करना चाहिए. इसे करने वाले को शुभ फल मिलता है. हालांकि इसका दीपावली से कोई संबंध नहीं है. वाराणसी में गंगा किनारे बहुत ज्यादा दीपदान किया जाता है इसलिए इसे वाराणसी में देव दीपावली कहते हैं. 

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.