Importance Of Tulsi: हिंदू धर्म में तुलसी (Tulsi) के पौधे का बहुत महत्व माना जाता है. कोई भी धार्मिक अनुष्ठान तुलसी के पत्तों के बिना पूरा नहीं माना जाता. हर हिंदू घर के आँगन में तुलसी का पौधा जरूर पाया जाता है. क्योंकि तुलसी हिंदू धर्म में पूजनीय मानी जाती है. लेकिन कार्त्तिक मास (kartik month) में तुलसी के पौधे का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है. वो इसलिए क्योंकि कार्तिक मास में भगवान श्री हरि की पूजा की जाती है. और श्री हरी को तुलसी बहुत प्रिय है. माना जाता है कि कार्तिक मास में श्री हरी की तुलसी अर्पित करने से 10 हजार गोदान के बराबर का पुण्य मिलता है.

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देवउठनी एकादशी पर होता है तुलसी विवाह 

कार्तिक मास में तुलसी का विवाह श्री हरी से किया जाता है. कहा जाता है कि 4 मास की योग निद्रा के बाद श्री हरी जागते हैं और तब तुलसी और श्री हरी का विवाह किया जाता है. देवउठनी एकादशी पर इनके विवाह के बाद से शुभ लग्न शुरू हो जाते हैं. और तब से शादी-ब्याह के कामकाज शुरू हो जाते हैं.

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कार्तिक मास में जो तुलसी नामाष्टक का पाठ करने से मिलता है शुभ फल 

धार्मिक मान्यता है कि कार्तिक मास में जो तुलसी नामाष्टक का पाठ करता  और सुनता है उसे दोगुने लाभ की प्राप्ति होती है. माना जाता है कि कार्तिक मास में पूरे महीने मां तुलसी की पूजा करनी चाहिए और उनके पास दीपक जलाना चाहिए.

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लेकिन यदि कोई किसी वजह से ऐसा न कर पाया हो तो उसे कार्तिक मास की पूर्णिमा वाले दिन 31 दीपक जलाने चाहिए.  ऐसा करने से घर के सारे दुख परेशानी दूर हो जाते हैं और सुख शांति का वास होता है. यदि कोई दम्पति ऐसा हो जिसे संतान का सुख न मिला हो तो कहा जाता है कि उस दम्पति को मां तुलसी की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से बहुत जल्दी उनकी इच्छा भी पूरी हो जाती है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.