Apara Ekadashi Wishes Quotes Message Image in Hindi: भगवान विष्णु जग के पालनहार माने जाते हैं. ऐसी मान्यता है कि अगर उनका आशीर्वाद इंसान को मिल जाए तो उस इंसान का हर कार्य सफल हो जाता है. भगावन विष्णु को प्रसन्न करने के लिए सबसे बेहतरीन उपाय एकादशी का व्रत होता है. साल में 24 एकादशी व्रत पड़ते हैं और महीने में 2 बार एकादशी का व्रत रखा जाता है. हर एकादशी व्रत का अपना महत्व होता है. ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर अपरा एकादशी मनाई जाती है और इसे प्रेतयोनी से मुक्ति के लिए मनाया जाता है. इस दिन अपने परिजनों को शुभकामनाएं भेजें.

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अपरा एकादशी की भेजें शुभकामनाएं (Apara Ekadashi Wishes Quotes Message Image in Hindi)

1.विष्णु जिनका नाम हो, वैकुंठ जिनका धाम हो
अपरा एकादशी के शुभ अवसर पर
श्रीहरि को मेरा शत्-शत् प्रणाम हो
अपरा एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएं

Apara Ekadashi Wishes Quotes Message Image in Hindi
अपरा एकादशी की शुभकामनाएं. (फोटो साभार: Pixabay)

2.ताल बजे और बजे मृदंगा, बजे श्रीहरि की वीणा
करें, विष्णु की जय-जयकार
ज्येष्ठ एकादशी पर करें उनका गुणगान
अपरा एकादशी की शुभकामनाएं

Apara Ekadashi Wishes Quotes Message Image in Hindi
अपरा एकादशी की पूजा. (फोटो साभार: Freepik)

3.प्रभु आपके ही स्मरण-मात्र से मनुष्य जन्मरूपी
संसार बंधन से मुक्त हो जाता है
आपकी जय हो प्रभु, आपकी सदा जय हो
अपरा एकादशी की शुभकानाएं

भगवान विष्णु के सभी अवतार. (फोटो साभार: Twitter)

4.ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:
भगवान विष्णु आपको सुख, शांति,
समृद्धि और कामयाबी प्रदान करें
अपरा एकादशी की शुभकामनाएं

Apara Ekadashi Wishes Quotes Message Image in Hindi
अपरा एकादशी की सही तारीख. (फोटो साभार: Twitter)

5.हर प्रार्थना करते हैं भगवान विष्णु की
सभी के जीवन से परेशानी और बाधाएं दूर हों
अपरा एकादशी की पूजा से सभी की मनोकामनाएं पूरी हो
सभी को अपरा एकादशी की हार्दिक शुभकामनाएं

अपरा एकादशी पूजा विधि (Apara Ekadashi Puja Vidhi)

अपरा एकादशी के एक दिन पहले यानी 14 मई से ही लहसुन-प्याज त्याग दें. 15 मई की सुबह-सुबह उठें और पूजा स्थल की सफाई करके स्नान कर लें. इसके बाद भगवान विष्णु की प्रतिमा के सामने हाथ में जल और अक्षत लेकर व्रत का संकल्प लें. इसके बाद पीले रंग के वस्त्र पहनें और व्रत शुरू करें. दिनभर लोगों की मदद करें, अच्छे काम करें और शाम को विशेष पूजा करें.

लाल कपड़े को एक पटरे पर बिछाकर मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की मूर्ति या पोस्टर रखें. उन्हें तिलक लगाएं और फूल चढ़ाएं. इसके बाद भोल तुलसी दल के साथ लगाएं और अपरा एकादशी का व्रत पढ़ें. भगवान विष्णु की आरती उतारें और पूरे घर में जल का छिड़काव करें. इसके बाद फलहारी करें और अगले दिन व्रत का पारण करें.