हर साल भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi 2023 Bhog) मनाने की परंपरा है. इस बार अनंत चतुर्दशी का पर्व 28 सितंबर को मनाया जाएगा. आपको बता दें कि यह शुभ दिन भगवान विष्णु को समर्पित माना गया है. अतः इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधि विधान से पूजा अर्चना की जाती है. धार्मिक मान्यता है कि अनंत चतुर्दशी तिथि पर भगवान विष्णु की विधि विधान से पूजा अर्चना करने से व उनके पसंदीदा भोग (Anant Chaturdashi 2023 Bhog) को लगाने से व्यक्ति के सभी बिगड़े काम बनने लगते हैं और उसके साथ ही उसके जीवन से सारी नकारात्मकता मिटने लगती है और सकारात्मकता का संचार होता है.

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अनंत चतुर्दशी पर भगवान विष्णु को क्या भोग लगाना चाहिए?

अनंत चतुर्दशी के शुभ अवसर पर भगवान विष्णु का पसंदीदा भोग लगाकर उन्हें प्रसन्न किया जा सकता है व उनकी कृपा पाई जा सकती है. मान्यता है कि अगर भोग भगवान की पसंद का हो, तो प्रभु तो खुश होते ही हैं, पूजा भी सफल हो जाती है. अब सवाल ये उठता है कि हमें इस दिन भगवान विष्णु को क्या भोग लगाएं. आपको बता दें कि वैसे तो भगवान विष्णु को पीले रंग से प्यार है. उनके बृहस्पतिवार के व्रत में गुड़ और चने का भोग लगाया जाता है, लेकिन अनंत चतुर्दशी के दिन आप श्रीहरि को खीर का भोग लगाएं. लेकिन ध्यान रहे आपको इस दिन खीर चावल की नहीं, बल्कि मखाने की खीर बनानी चाहिए और उसमें तुलसी की पत्ती जरूर डाल दें. इसके साथ ही खीर को गाय के दूध में बनाना उत्तम माना गया है. भोग को बनाते समय शुद्धता का विशेष ख्याल रखना चाहिए.

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अनंत चतुर्दशी व्रत का महत्व

अनंत चतुर्दशी को अनंत चौदस के नाम से भी जानते हैं. आपको बता दें कि इस व्रत में भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा करने की परंपरा है. इस दिन अनंत भगवान (भगवान विष्णु) की पूजा के बाद बाजू पर अनंत सूत्र बांधा जाता है. ये कपास या रेशम से बने होते हैं और इनमें चौदह गाँठें होती हैं. इस दिन गणेश विसर्जन होने की वजह से इस पर्व का महत्व और भी बढ़ जाता है. भारत के कई राज्यों में यह पर्व बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है. कई जगहों पर इस दिन धार्मिक झांकियां भी निकाली जाती हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ओपोई इसकी पुष्टि नहीं करता है.)