अफगानिस्तान के कुंदूज शहर की एक शिया मस्जिद में शुक्रवार को हुए आत्मघाती बम धमाके में कम से कम 50 लोगों के मरने की खबर है. इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह ने शिया मस्जिद में हुए इस आत्मघाती बम विस्फोट की जिम्मेदारी ली है. अमेरिकी सेना के देश छोड़ने के बाद ये अफगानिस्तान में सबसे बड़ा आतंकी हमला है. 

शिया मुस्लिम अल्पसंख्यक समुदाय की सैद आबाद मस्जिद में तितर-बितर हुई लाशों को देखा जा सकता था. उत्तरी शहर में हुए इस धमाके में 100 से ज़्यादा लोग जख़्मी हुए हैं.

इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की ज़िम्मेदारी ली है. शिया मुसलमानों को निशाना बनाने के पीछे अक्सर सुन्नी मुस्लिम चरमपंथियों का हाथ माना जाता है.

कुंदूज शहर की एक शिया मस्जिद में हुए आत्मघाती बम धमाके के बाद सीढ़ियों पर लगे खून के दाग.

तालिबान के मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि शिया मस्जिद को निशाना बनाया गया और बड़ी संख्या में नमाजी मारे गए और घायल हुए. उन्होंने कहा कि तालिबान के विशेष बल मौके पर पहुंच गए हैं और घटना की जांच कर रहे हैं.

इस्लामिक स्टेट का अफगान सहयोगी ‘इस्लामिक स्टेट खुरासान (ISIS-K)’ ने 15 अगस्त को काबुल में तालिबान के सत्ता में काबिज होने के बाद से कई अफगान शहरों में हमले तेज कर दिए हैं. ISIS-K ने 26 अगस्त को काबुल हवाई अड्डे पर हुए आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी भी ली थी, जिसमें करीब 170 अफगान और 13 अमेरिकी सैन्यकर्मी मारे गए थे. 

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स्थानीय सुरक्षा अधिकारियों ने टोलो न्यूज़ से कहा है कि जब हमला हुआ तब 300 से अधिक लोग नमाज़ पढ़ने के लिए आए थे. ऐसी आशंका है कि मारे गए लोगों की संख्या बढ़ सकती है.

अमेरिका ने घटना की निंदा की

अमेरिका ने अफगानिस्तान की मस्जिद में नमाजियों पर हुए आत्मघाती हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है. विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि अमेरिका उत्तरी अफगानिस्तान की एक मस्जिद में नमाजियों पर शुक्रवार को हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता है.

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