काली मिर्च एक औषधीय मसाला है, जिसका सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभदायक है. इसके फायदे आपकी सोच से भी कहीं ज्यादा हैं. यह Piperaceae परिवार से संबंधित है और विभिन्न प्रकार की मिर्च पैदा करने के लिए इसे विभिन्न तरीकों से उगाया जाता है. ये दक्षिण भारत के साथ अन्य ट्रॉपिकल देशों में भी पाया जाता है. प्राचीन ग्रीस में इसका उपयोग मुद्रा के रूप में भी किया जाता था. बाद के सालों में यह दुनिया भर में मसाला व्यापार में एक महत्वपूर्ण मसाला बन गया. 

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वियतनाम को काली मिर्च का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक माना जाता है. भारत, ब्राजील और इंडोनेशिया इसके बाद आते हैं. काली मिर्च का उपयोग करी में मसाले के रूप में, चाय में, पके हुए खाने के ऊपर छिड़काव करके भी इस्तेमाल की जाती है. हालांकि, इसका अधिक फायदा लेने के लिए इसे पीसकर खाना चाहिए, ना कि खाने में मिलाकर. आइए इसके कुछ बेमिसाल फायदे जान लेते हैं. 

1. कैंसर से बचाव

काली मिर्च में मौजूद पिपेरिन को कैंसर से बचाव का श्रेय दिया जा सकता है, और हल्दी के साथ मिलाने पर यह दोगुना शक्तिशाली हो जाता है. काली मिर्च में विटामिन सी, विटामिन ए, फ्लेवोनोइड्स, कैरोटीन और अन्य एंटी-ऑक्सीडेंट भी होते हैं जो हानिकारक कणों को हटाने में मदद करते हैं और शरीर को कैंसर और बीमारियों से बचाते हैं.

2. पाचन को बेहतर करता है

काली मिर्च में पिपेरिन पाचन को अच्छा करता है और पेट को सक्रिय करता है, जो अधिक हाइड्रोक्लोरिक एसिड को रिसाव करता है और भोजन में मौजूद प्रोटीन को पचाने में मदद करता है.

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3. सर्दी और खांसी से राहत दिलाता है

काली मिर्च स्वाभाविक रूप से जीवाणुरोधी है और इसलिए सर्दी और खांसी को ठीक करने में मदद करती है. ताज़ी पिसी हुई काली मिर्च के साथ एक चम्मच शहद कमाल कर सकता है. यह जुखाम में छाती के कंजेशन को कम करता है. आप  काली मिर्च को गर्म पानी और नीलगिरी के तेल में मिलाकर भाप भी ले सकते हैं. यह देखते हुए कि काली मिर्च विटामिन सी से भरपूर होती है, यह एक अच्छे एंटीबायोटिक के रूप में भी काम करती है.

4. वजन घटाने में सक्षम

आपको शायद इस बात पर यकीन न हो, लेकिन खाने से पोषक तत्व निकालने के मामले में काली मिर्च बहुत ही गुणकारी होती है. और इसकी सबसे बाहरी परत में फाइटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं, जो वसा कोशिकाओं को तोड़ने में मदद करते हैं, और चयापचय को भी बढ़ाते हैं. यदि आप ताजी काली मिर्च खाते हैं और आपको पसीना आने लगता है, तो वह काली मिर्च आपके शरीर को अतिरिक्त पानी और विषाक्त पदार्थों से छुटकारा पाने में मदद करती है.

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5. स्किन को बेहतर बनाती है 

क्या आप जानते हैं कि पिसी हुई काली मिर्च कुदरती तौर पर सबसे अच्छे एक्सफोलिएटर्स में से एक है. हालांकि इसे सीधे इस्तेमाल न करें, इसमें थोड़ा सा शहद, दही या ताजी क्रीम मिलाएं. यह रक्त परिसंचरण को भी सक्षम बनाता है और त्वचा को अधिक ऑक्सीजन प्रदान करता है. इसे अपने खाने में शामिल करने से त्वचा की अनचाहे झुर्रियां भी दूर हो जाती हैं. काली मिर्च विटिलिगो के इलाज में मदद करने के लिए जानी जाती है, एक ऐसी स्थिति जहां त्वचा पिग्मेंटेशन खो देती है और स्किन पर सफ़ेद धब्बे बन जाते हैं.

6. डिप्रेशन कम करता है 

ऐसा कहा जाता है कि काली मिर्च में मौजूद पिपेरिन डिप्रेशन से निपटने में मदद करता है. यह मस्तिष्क को उत्तेजित करता है और इसे अधिक सक्रिय बनाकर ठीक से काम करने में मदद करता है.

डिस्क्लेमर: ये जानकारी एक सामान्य सुझाव है. इसे किसी तरह के मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें. आप इसके लिए अपने डॉक्टरों से सलाह लें.

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