दुनियाभर में आज 26 अगस्त को महिला समानता दिवस (Women’s Equality Day 2022) मनाया जा रहा है. अपने अधिकारों की लड़ाई महिलाएं सदियों से लड़ते आ रही हैं. अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ते हुए भी महिलाओं ने समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाई है. आज हर क्षेत्र में महिलाएं आगे निकलती दिख रहीं हैं. भारतीय महिलाओं ने भी विश्व पटल पर भारत का परचम लहरा कर सिद्ध कर दिया है की महिलाएं किसी से कम नहीं होती और वे जो चाहे वो हासिल कर सकती है. आज ‘महिला समानता दिवस’ के मौके पर हम आपको भारत की ऐसी पांच महिलाओं के बारे में बताएंगे जिन्होनें अपने-अपने क्षेत्र में खूब नाम कमाया है. 

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1. एम सी मैरीकॉम

मणिपुर के चुराचांदपुर जिले के कांगथेई गांव में एक किसान परिवार में जन्मी भारतीय बॉक्सिंग दिग्गज एम सी मैरीकॉम (Mary Kom) विश्व महिला बॉक्सिंग में छह बार की वर्ल्ड चैंपियन, ओलिंपिक पदक विजेता और राज्यसभा सांसद भी हैं. मैरीकॉम भारत की पहली ऐसी महिला है, जिन्होंने बॉक्सिंग में 6 वर्ल्ड चैंपियनशिप के हर मुकाबले में जीत हासिल की है. इसके अलावा मेरीकॉम ने विश्व पटल पर कई बार भारत का नाम रौशन किया है.

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जुड़वा बच्चों की मां बनने के बाद भी उन्होंने बॉक्सिंग में अपना करियर जारी रखा और लगातार सफलता हासिल की. जीवन में विभिन्न चुनौतियों को पार कर के मैरी ने मुक्केबाजी की दुनिया में अपना नाम सुनहरे शब्दों में अंकित कराया है. दुनियाभर की महिलाओं के लिए मैरीकॉम एक बड़ी प्रेरणास्त्रोत हैं.

2. हिमा दास

भारत की उड़न परी के नाम से मशहूर महिला एथलीट हिमा दास (Hima Das) ने अपनी जिंदगी में कई अड़चनों को पार करके अपनी एक अलग पहचान बनाई है. ढिंग एक्सप्रेस हिमा ने छोटी उम्र में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं. वह IAAF वर्ल्ड U20 चैंपियनशिप, 2018 में ट्रैक इवेंट में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट हैं. उन्हें 25 सतंबर 2018 को राष्ट्रपति द्वारा अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया था और साल 2021 में उन्हें असम पुलिस में उप अधीक्षक (डीएसपी) बनाया गया.

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3. सौम्या स्वामीनाथन

सौम्या स्वामीनाथन (Soumya Swaminathan) विश्व स्वास्थ्य संगठन की मुख्य वैज्ञानिक बाल रोग विशेषज्ञ और नैदानिक वैज्ञानिक हैं जिन्होंने टीबी पर किए अपने काम के लिए दुनियाभर में प्रसिद्धि पाई है. वह वर्तमान में स्वास्थ्य मंत्रालय और परिवार कल्याण, भारत सरकार में सचिव पद पर नियुक्त हैं भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद की महानिदेशक भी हैं.

साल 2012 में उन्हें तमिलनाडु विज्ञान और प्रौद्योगिकी पुरस्कार व राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. उनको साल 2013 में इंडियन एकेडमी ऑफ साइंस पुरस्कार से नवाजा गया था. सौम्या स्वामीनाथन ने अपनी उपलब्धियों से बता दिया है कि महिलाऐं अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर सकती हैं.

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4. प्रियंका चोपड़ा

साल 1982 में जमशेदपुर, बिहार (वर्तमान में झारखंड) में जन्मी प्रियंका चोपड़ा साल 2000 में मिस वर्ल्ड का खिताब जीत कर दुनियाभर की महिलाओं के लिए एक मिसाल बन गई थी. प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) बॉलीवुड की सबसे बेहतरीन और सबसे महंगी एक्ट्रेसेस में से एक हैं, वह अपने करियर में हिंदी सिनेमा में कई महत्वपूर्ण अवार्ड्स को अपने नाम कर चुकी हैं, जिनमे नेशनल अवार्ड्स और पांच कैटेगरी में फिल्मफेयर अवार्ड्स शामिल हैं.

वर्ष 2016 में भारत सरकार ने प्रियंका चोपड़ा को पद्मश्री से सम्मनित किया, साथ ही टाइम मैगजीन पत्रिका ने उन्हें दुनिया के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक नाम दिया. फोर्ब्स ने उन्हें 2017 में दुनिया की 100 सबसे शक्तिशाली महिलाओं में सूचीबद्ध किया था.

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5. मिताली राज

साल 1982 में जोधपुर,राजस्थान में जन्मी भारतीय महिला क्रिकेटर मिताली राज (Mithali Raj) ने विश्व क्रिकेट में कई बड़े रिकॉर्ड बनाए हैं. उन्होंने 10 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. मिताली पहली महिला क्रिकेटर हैं जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय वनडे मैचों में लगातार सात बार अर्ध-शतक जड़े हैं. मिताली राज के नाम अंतर्राष्ट्रीय महिला क्रिकेट का दूसरा सर्वाधिक स्कोर है. मिथाली राज को सन 2003 में भारत सरकार ने “अर्जुन अवार्ड” से और सन 2015 में “पद्म श्री” से नवाजा गया था.