संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने सोमवार 16 जनवरी को पाकिस्तानी आतंकवादी (Terrorist) और लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar e Taiba) के उप प्रमुख अब्दुल रहमान मक्की (Abdul Rehman Makki) को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया है. अमेरिका और भारत लगातार UNSC में अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित करने की मांग उठा रहा था. लेकिन चीन द्वारा इसमें लगातार अड़ंगा लगाया जा रहा था. लेकिन संयुक्त राष्ट्र ने यह कदम अब्दुल रहमान मक्की के खिलाफ प्रस्ताव में चीन की तकनीकी बाधा को दूर करने के बाद उठाया.

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अब्दुल रहमान मक्की के खिलाफ प्रस्ताव 2020 और जून 2022 में यूएनएससी में लाया गया था. प्रस्ताव में मांग की गई थी कि मक्की को 1267 आईएसआईएल (दाएश) और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत वैश्विक आतंकवादी के रूप में नामित किया जाए. लेकिन दोनों बार चीन ने इसमें अड़ंगा लगाया था.

संयुक्त राष्ट्र ने सोमवार, 16 जनवरी को कहा कि सुरक्षा परिषद समिति के प्रस्ताव 1267 के तहत आईएसआईएल (दाएश) और अल कायदा प्रतिबंध समिति द्वारा मक्की को वैश्विक आतंकवादी नामित किया गया था.

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कौन है अब्दुल रहमान मक्की?

अब्दुल रहमान मक्की पाकिस्तान का रहने वाला है. अब्दुल रहमान मक्की लश्कर-ए-तैयबा का उप-प्रमुख है. वह लश्कर की राजनीतिक शाखा जमाद-उद-दावा का प्रमुख भी है. वह लश्कर के विदेश संबंध विभाग का प्रमुख भी रह चुका है. वह हाफिज सईद का साला है. भारत सरकार ने अब्दुल रहमान मक्की को भी वॉन्टेड घोषित किया है. मक्की को लश्कर के लिए धन जुटाने, आतंकवादियों की भर्ती करने और हिंसा के लिए युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए जाना जाता है. यूएनएससी ने मक्की के खिलाफ यह कदम ऐसे समय उठाया है जब दिसंबर 2022 में यूएनएससी की अध्यक्षता कर रहे भारत ने आतंकवाद से निपटने की जरूरत पर जोर दिया है.