भारतीय क्रिकेट का इतिहास सौरव गांगुली के जिक्र बिना अधूरा है। भारतीय फैंस के चहते गांगुली आज (8 जुलाई) 49 साल के हो गए. ‘दादा’ के नाम से मशहूर गांगुली टीम इंडिया के पूर्व कप्तान हैं। उन्होंने अपने खेल जीवन पर आधारित एक किताब भी लिखी है जिसका नाम है – ए सेंचुरी इज नॉट इनफ। इसमें उन्होंने खिलाड़ी के रूप में हुए अनुभवों को साझा किया है।

यूं तो इस किताब में कई बातों का जिक्र है लेकिन पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ से जुड़ी एक घटना उन्होंने बहुत ही रोचक​ अंदाज में पेश की है। गांगुली लिखते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच मैच हमेशा से ही बहुत रोमांचक होता है। एक बार उनकी टीम पाकिस्तान के टूर पर थी।

पाकिस्तान को लेकर उन्होंने लिखा कि वहां का लाहौर शहर देखने में दिल्ली जैसा लगा क्योंकि दोनों देशों की संस्कृति में काफी समानता है। लोगों में क्रिकेट के प्रति बहुत लगाव है। वहां उन्होंने वनडे मैच खेला और जीता। मैच के बाद उनके साथियों की इच्छा हुई कि बाहर जाकर किसी रेस्टोरेंट में पाकिस्तानी पकवान खाए जाएं। ऐसा सोचकर सभी लोग चले गए। उनकी हिफाजत के लिए तैनात पाकिस्तानी पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों को वे साथ लेकर नहीं गए।

देर रात को सब वापस आए। उस समय पाकिस्तान में जनरल परवेज मुशर्रफ का शासन था। मुशर्रफ को इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने अगले दिन करीब 11 बजे सौरव गांगुली को फोन किया और बोले, हमारी बात मानिए और ऐसा मत कीजिए। अगर आपको कुछ हो जाएगा तो भारत और पाकिस्तान में जंग छिड़ जाएगी।

इस पर गांगुली ने कहा, हमें थोड़ी आजादी चाहिए थी इसलिए सुरक्षा बलों को साथ लेकर नहीं गए। भविष्य में ऐसा नहीं करेंगे।  

यह पहला मौका था जब पाकिस्तान के राष्ट्रपति ने उनसे फोन पर बात की। बता दें कि परवेज मुशर्रफ क्रिकेट में बहुत दिलचस्पी रखते हैं। वे टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की भी काफी तारीफ कर चुके हैं।

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