विश्व प्रसिद्ध ज्योर्तिलिंग महाकालेश्वर मंदिर के द्वार सोमवार यानी 28 जून से भक्तों के लिये खोल दिये गए हैं. कोरोना महामहारी की दूसरी लहर के दौरान मंदिर को बंद किया गया था. वहीं, 78 दिन बाद श्रद्धालुओं को बाबा महाकाल के साक्षात दर्शन करने का सौभाग्य मिला. हालांकि, मंदिर खुलने के साथ ही श्रद्धालुओं के लिए प्रोटोकॉल भी तय किए गए हैं.

मंदिर प्रबंध समिति द्वारा तैयार की गई गाइडलाइन के अनुसार, जिन श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन किये वे सभी वैक्सीनेटेड थे या जिनके पास 48 घंटे पहले कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट थी.

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मंदिर समिति अध्यक्ष एवं कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया की सोमवार को हमने आम श्रद्धालुओं के लिये गाइडलाइन निश्चित कर दर्शन खोल दिये है. आज सोमवार को हम 3500 श्रद्धालुओं को प्रवेश करने देंगे.

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मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक आरके तिवारी ने बताया कि हर दिन सुबह छह से शाम आठ बजे तक 3 हजार 500 श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा. श्रद्धालुओं को प्रवेश के लिये ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी. वहीं साथ में क्सीनेशन का सर्टिफिकेट (एक डोज भी चलेगा) या फिर 48 घंटे पहले कोरोना की आरटीपीसीआर की रिपोर्ट दिखानी होगी. समिति ने प्रवेश की सुविधा के लिये दो-दो घंटे के 7 स्लॉट बनाए है एक स्लॉट में 500 लोगों को प्रवेश दिया जाएगा.

आपको बता दें, इससे पहले भी महाकाल मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन बुकिंग सिस्टम अपनाया गया था. एसा मंदिर में भीड़ की संभावनाओं को रोकने के उद्देश्य से किया गया था. अब एक बार फिर इसी नियम को लागू किया गया है. श्रद्धालु मंदिर की वेबसाइट से बुकिंग कर सकते हैं.

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