भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली को शनिवार को ‘हल्का’ दिल का दौरा पड़ा और शहर के अस्पताल में उनकी ‘प्रारंभिक एंजियोप्लास्टी’ हुई. एक डॉक्टर ने यह जानकारी दी. 48 साल के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर की हालत स्थिर है. वहीं, सौरव गांगुली की तबीयत खराब होने के बाद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और राज्यपाल जगदीप धनखड़ उनका हालचाल लेने अस्पताल पहुंचे थे.

सौरव गांगुली से मिलने के बाद राज्पाल धनखड़ ने कहा, “मैंने दादा से बातचीत की, वह हंसमुख मूड में थे. मुझे बहुत राहत मिली है.”

वहीं, ममता बनर्जी ने गांगुली से मुलाकात के बाद कहा, सौरव गांगुली अब ठीक हैं, उन्होंने मुझसे बात भी की. मैं यहां अस्पताल प्राधिकरण और डॉक्टरों को धन्यवाद देती हूं.

वुडलैंड्स अस्पताल के डॉक्टर सरोज मंडल ने बताया कि प्रारंभिक एंजियोप्लास्टी में धमनियों में आए अवरोध का उपचार किया जाता है जिससे ही हृदय की ओर जाने वाले रक्त के प्रवाह में सुधार हो. उनकी तीन धमनियों में अवरोध पाया गया जिसे हटाने के लिये स्टेंट दिया गया. उन्होंने बताया कि और स्टेंट देने के बारे में बाद में उनकी हालत देखकर फैसला लिया जायेगा.

मंडल ने कहा ,‘‘ अगले कुछ दिन उनकी हालत पर कड़ी नजर रखी जायेगी. आगे क्या करना है, यह उनकी हालत देखकर ही तय होगा. उनके बाकी सभी अंग दुरूस्त हैं और उन्हें अगले तीन चार दिन अस्पताल में रहना होगा.’’

उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें एक्यूट मायोकार्डियल इनफारक्शन (एमआई) है लेकिन उनकी हालत स्थिर है. उनके दिल में तीन ब्लॉक पाये गए. उन्हें दोहरी एंटी प्लेटलेट्स और स्टेटिन दिया गया है.’’

मंडल ने कहा ,‘‘ उनकी प्रारंभिक एंजियेप्लास्टी हुई है और अब वह जाग चुके हैं. उनकी हालत स्थिर है. ’’

मायोकार्डियल इनफारक्शन (एमआई) को सामान्य भाषा में दिल का दौरा कहा जाता है जब दिल के किसी हिस्से में रक्त प्रवाह कम हो जाता है या रुक जाता है. इससे दिल की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचता है.

इससे पहले डाक्टर ने बताया था कि गांगुली ने अपने घर में बने जिम में ट्रेडमिल पर वर्कआउट करते हुए सीने में असहजता महसूस की थी.

अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि गांगुली के परिवार में ‘इसकैमिक हार्ट डिजीज’ को इतिहास रहा है. इस बीमारी में सीने में दर्द या असहजता पैदा होती है जो हृदय के किसी हिस्से में पर्याप्त रक्त नहीं मिलने के कारण होता है. ऐसा अधिकतर उत्साह या उत्तेजना के दौरान होता है जब हृदय के रक्त के अधिक प्रवाह की जरूरत होती है.

अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि उनके उपचार पर नजर रखने के लिए पांच डॉक्टरों की टीम का गठन किया गया है.

अस्पताल द्वारा जारी बयान में कहा गया ,‘‘ जब उन्हें दोपहर को अस्पताल लाया गया तो उनके क्लीनिकल पैरामीटर सामान्य सीमा के भीतर थे. ईसीजी और इको भी किया गया. वह उपचार पर अच्छी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.’’

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गांगुली के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताते हुए ट्वीट किया ,‘‘ यह सुनकर दुख हुआ कि सौरव गांगुली को दिल का हलका दौरा पड़ा है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करती हूं.’’

यह घटना ऐसे समय में हुई जब अप्रैल मई में प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले उनके राजनीति में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही है. प्रदेश के राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि वह भाजपा से जुड़ सकते हैं हालांकि गांगुली ने कभी राजनीतिक पारी शुरू करने का संकेत नहीं दिया.

वह अक्टूबर 2019 में बीसीसीआई के अध्यक्ष बने जिसके बाद उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित प्रशासकों की समिति का 33 साल का कार्यकाल खत्म हुआ.