भारतीय वायु सेना के लिए ऐतिहासिक क्षणों के बीच बुधवार को राफेल लड़ाकू विमानों के पहले जत्थे ने भारतीय वायु क्षेत्र में प्रवेश किया. फ्रांस से खरीदे गए ये राफेल लड़ाकू विमान अंबाला एयरबेस पर उतरे. मेरिग्नैक एयरबेस से सात घंटे से अधिक उड़ान भरने के बाद यूएई में सोमवार को अल धाफरा एयरबेस पर विमानों का जत्था उतरा था. यह फ्रांस से भारत के लिए उड़ान के दौरान एकमात्र पड़ाव था.

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने राफेल के अंबाला में लैंड करने के बाद ट्वीट किया कि बर्ड्स (राफेल) ने अंबाला में सुरक्षित लैंडिंग कर ली है. राफेल का भारत आना हमारे सैन्य इतिहास में एक नए युग की शुरुआत है.

इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के कार्यालय ने कहा कि भारतीय वायु क्षेत्र में प्रवेश करने के बाद राफेल विमानों को दो सुखोई 30 एमकेआई ने अपने घेरे में ले लिया. 30,000 फुट की ऊंचाई पर एक फ्रांसीसी टैंकर से हवा में इन लड़ाकू विमानों में ईंधन भरा गया था. राफेल लड़ाकू विमान भारत के दो दशकों में लड़ाकू विमानों का पहली बड़ी आपूर्ति है और इनसे भारतीय वायु सेना की लड़ाकू क्षमताओं को काफी मजबूती मिलने की उम्मीद है.