कोरोना संकट काल को देखते हुए सरकार ने हाल ही में एक पॉलिसी लाई है, जिसके तहत कोरोना का इलाज कराया जा सकता है. सरकार ने इस पॉलिसी का नाम आरोग्य संजीवनी पॉलिसी रखा है. मौजूदा समय में लोगों का स्वास्थ्य सबसे बड़ी चिंता बन गई है. ऐसे में इंश्योरेंस रेग्युलेटर IRDIA ने इस सेक्टर में कुछ सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाए हुए सभी जनरल और हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों को निर्देश दिया था कि, 1 अप्रैल 2020 से एक यूनिफॉर्म हेल्थ इंश्योरेंस प्रोडक्ट लॉन्च करना जरूरी होगा.

IRDIA ने कहा है कि, सभी के लिए ये पॉलिसी एक समान होगी और सभी कंपनियों के लिए इसका एक नाम आरोग्य संजीवनी पॉलिसी होगा. इसका उद्देश्य हेल्थ इंश्योरेंस को आसान  बनाना है. 

देश की 29 हेल्थ इंश्योरेंस और जनरल इंश्योरेंस कंपनियां इस पॉलिसी को दे रही है. लेकिन ये एक सरकारी पॉलिसी है इसलिए इसका प्रचार कंपनियां नहीं करती हैं.

आरोग्य संजीवनी पॉलिसी

आरोग्य संजीवनी पॉलिसी एक हेल्थ प्लान है जो एक साल के लिए होता है और इसके तहत 1.5 लाख रुपये तक का सीमित कवर मिलता है. इसके लिए सालाना प्रीमियम 4 हजार से लेकर 7.5 हजार रुपये तक हैं. पॉलिसी को लेने की कम से कम उम्र 18 साल और ज्यादा से ज्यादा 65 साल होनी चाहिए.

इसे एक व्यक्तिगत और पारिवारिक फ्लोटर प्लान के तहत भी ले सकते हैं, जिसमें पति-पत्नी, माता-पिता, बच्चे सभी शामिल होते हैं. इसमें एक लाख से लेकर 5 लाख तक का निवेश कर सकते हैं. साथ ही प्रीमियम को मासिक, तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर चुका सकते हैं.

कोरोना समेत अन्य बीमारियों का होगा इलाज

इस पॉलिसी में कोरोना वायरस समेत अन्य बीमारियों का इलाज भी शामिल किया गया है. इसमें प्लास्टिक सर्जरी, डेंटल के अलावा डे केयर ट्रीटमेंट और आधुनिक इलाज भी शामिल हैं. हालांकि, कुछ इलाज के कवरेज में पाबंदी और लिमिट लगी हुई है. इस पॉलिसी को भविष्य में कभी भी रिन्यू करवा सकते हैं.

बता दें कि, संजीवनी पॉलिसी का नाम किसी कंपनी को बदलने का अधिकार नहीं है. इसे हेल्थ इंश्योरेंस देने वाली हर कंपनी को अपनी लिस्ट में रखना अनिवार्य है.