ट्विटर (Twitter) के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (CTO) पराग अग्रवाल (Parag Agrawal) अब मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के रूप में जैक डोर्सी (Jack Dorsey ) की जगह ले रहे हैं. समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, डोर्सी अपनी भूमिका से हट जाएंगे और कंपनी का बोर्ड पिछले साल से उनके छोड़ने संबंधी तैयारी कर रहा है.

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बॉम्बे के पूर्व छात्र अग्रवाल को 8 मार्च, 2018 को ट्विटर CTO नियुक्त किया गया था. उन्होंने एडम मेसिंगर का स्थान लिया, जिन्होंने दिसंबर 2016 में कंपनी छोड़ दी थी. अग्रवाल की नियुक्ति की घोषणा अक्टूबर 2017 में आंतरिक रूप से की गई थी.

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ट्विटर टाइमलाइन पर ट्वीट्स की प्रासंगिकता बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल पर उनके शुरुआती काम की खूब तारीफ हुई थी. 

अग्रवाल ने अक्टूबर 2011 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में पीएचडी पूरी करने के बाद एक विशिष्ट सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में ट्विटर जजॉइन किया. स्टैनफोर्ड में अध्ययन के दौरान उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट, याहू, और एटी एंड टी लैब्स के लिए एक रिसर्च इंटर्न के रूप में काम किया. 

अग्रवाल ने अपनी स्कूली शिक्षा अटॉमिक एनर्जी सेंट्रल यूनिवर्सिटी से पूरी की. पराग का जन्म मुंबई में हुआ था. उनके थीसिस सलाहकार के हवाले से एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्हें गणित पर विशेष रूप से अच्छी पकड़ है और बड़े डेटाबेस से निपटने में विशेषज्ञता है.

ट्विटर ने खुलासा किया है कि सीईओ के रूप में पराग को 1 मिलियन डॉलर का वार्षिक मुआवजा और साथ ही 12.5 मिलियन डॉलर का स्टॉक मुआवजा दिया जाएगा. पराग 2005 में अमेरिका चले गए थे. उन्होंने 2011 में ट्विटर ज्वाइन किया, जब वे स्टैनफोर्ड में डॉक्टरेट की पढ़ाई कर रहे थे. 

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