मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सरकार बचाने और बनाने के लिए अब भगवान की शरण में पहुंच गए हैं. शिवराज सिंह चौहान ने आज सुबह घर पर पत्नी साधना के साथ एक घंटे पूजा पाठ किया है. तो वहीं कमलनाथ भोपाल के गुफा मंदिर पहुंचे गए हैं,और करीब आधा घंटे भगवान हनुमान जी के दर्शन कर पूजा अर्चना की है.

आपको बता दे कि मंदिर में दर्शन के पहले कमलनाथ ने मीडिया से चर्चा में कहा कि प्रदेश की जनता गरीब हो सकती है लेकिन मूर्ख नहीं हो सकती है. उन्हें अपना भविष्य पता है और वह इसी तरह से वोट करेंगे. 28 सीटें जीतने के दावे पर कहा कि मैं शिवराज नहीं हूं, मैं कोई दावा नहीं करता हूं.

कमलनाथ ने उपचुनावो के क्षेत्र के जागरूक मतदाताओं से विनम्र अपील करते हुए कहा कि आज वो अवसर आ गया है, जब हमें अपने बहुमूल्य मत का उपयोग कर सच्चाई का साथ देना है. ये उपचुनाव कोई साधारण चुनाव नही है, यह चुनाव प्रदेश के भविष्य की दशा-दिशा तय करेंगे, देश भर में स्वच्छ, नैतिक व ईमानदार राजनीति का संदेश देंगे.

आपका एक-एक मत लोकतंत्र व संविधान की रक्षा में सहभागी बनेगा, जनमत का सम्मान बढ़ायेगा, प्रदेश के नवनिर्माण में सहभागी होगा, अवसरवादी ताक़तों को सबक़ सिखायेगा. निर्भीक होकर, बग़ैर किसी प्रलोभन में आये, प्रदेश की एक नई तस्वीर व पहचान बनाने के लिये मतदान अवश्य करें.

इधर कमलनाथ ने भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि ‘भाजपा को ये एहसास हो गया है कि वो हार नहीं रहे बल्कि बुरी तरह से पिट रहे हैं. इसलिए भाजपा शराब, पैसा, पुलिस और प्रशासन के जरिए जीतने का प्रयास कर रही है. लेकिन आम मतदाता इसे कतई स्वीकार नहीं करेगा.

वहीं शिवराज सिंह चौहान ने कहा मतदान लोकतंत्र की आत्मा है, मतदान करने से ही लोकतंत्र मजबूत होता है. सभी मतदाताओं से निवेदन करता हूं कि निष्पक्षता और निडरता के साथ मतदान करें और अपने दोस्तों को भी करने वाली सरकार की भाई सभी मतदाताओं की गाइडलाइंस का पालन करते हुए अधिक से अधिक संख्या में वोट डालें.