केंद्र ने शु्क्रवार को कहा कि छत्तीसगढ़ में बर्ड फ्लू या एवियन इन्फ्लूएंजा की पुष्टि हुई है जिससे इससे अभी तक प्रभावित हुए राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की कुल संख्या बढ़कर 11 हो गई है.

छत्तीसगढ़ के अलावा, इस बीमारी की पुष्टि दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और गुजरात में हुई है.

मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के जीएस पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. इसमें कहा गया है, ‘‘कुल मिलाकर देश के 11 राज्य एवियन इन्फ्लूएंजा से प्रभावित हुए हैं.’’

इसमें कहा गया है कि शुक्रवार को मध्य प्रदेश के हरदा जिले से कुक्कुट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है.

इसके अलावा, मध्य प्रदेश के बुरहानपुर, राजगढ़, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, मंडला, हरदा, धार, सागर और सतना जिलों में जंगली पक्षियों (कौवे और कबूतर) में इस बीमारी की पुष्टि हुई है.

उत्तराखंड के देहरादून जिले में कौवे और चीलों, दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र में कौवों और साथ ही राजस्थान के जयपुर चिड़ियाघर में बत्तख और ब्लैक स्टॉर्क में भी इस वायरल संक्रमण की पुष्टि हुई है.

पशुपालन और डेयरी विभाग में सचिव ने राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ एक आनलाइन बैठक की और कहा कि बर्ड फ्लू देश के लिए नया नहीं है बल्कि यह 2006 से हर साल सामने आ रहा है.

देश इस बीमारी को प्रभावी रूप से नियंत्रित करता रहा है. यह दोहराया गया कि वायरस 70 डिग्री सेंटीग्रेड पर आसानी से नष्ट हो जाता है और इसलिए, अच्छी तरह से पकाया हुआ पोल्ट्री और पोल्ट्री उत्पाद मानव उपयोग के लिए सुरक्षित है.

इसमें कहा गया, ‘‘तदनुसार राज्यों से अनुरोध किया गया है कि वे संबंधित अधिकारियों को प्रतिबंध न लगाने का निर्देश दें और एवियन इन्फ्लूएंजा-मुक्त क्षेत्रों या राज्यों से पोल्ट्री और पोल्ट्री उत्पादों को बेचने की अनुमति दें.’’

इसके अलावा, मंत्रालय ने कहा कि बीमारी के बारे में आम जनता को जागरूक करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.

उसने कहा कि इसके अलावा, लोगों के बीच एवियन इन्फ्लूएंजा के बारे में गलत सूचना को दूर करने के प्रयास चल रहे हैं.