देश में लगातार महंगाई बढ़ने के साथ बच्चों की शिक्षा और उनके जीवन पर काफी असर पड़ रहा है. ऐसे में बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए ज्यादा पैसों की जरूरत पड़ सकती है. साथ ही जैसे-जैसे बच्चों की उम्र बढ़ेगी तो पैसों की जरूरत भी बढ़ती ही चली जाएगी. हालांकि अगर आप निवेश (Investment) कर पहले ही पैसे जमा कर लेंगे तो बच्चों की शादी, उनकी शिक्षा की टेंशन खत्म हो सकती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस बच्चों के लिए एक ऐसी ही योजना पेश करता है जिसमें निवेश कर आप इन समस्याओं को खत्म कर सकते हैं. एसबीआई चाइल्ड प्लान फिक्स्ड डिपॉजिट (SBI Child Plan Fixed Deposit) के तहत 2 योजनाएं एसबीआई लाइफ स्मार्ट चैंप इंश्योरेंस (SBI Life Smart Champ Insurance) और एसबीआई लाइफ स्मार्ट स्कॉलर (SBI Life Smart Scholar) चलाई जाती हैं, जिसमें निवेश कर बच्चों के भविष्य को सुधारा जा सकता है.

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एसबीआई लाइफ स्मार्ट चैंप इंश्योरेंस के बारे में जानें

एसबीआई लाइफ की इस योजना के तहत आप 1 करोड़ रुपये तक जमा कर सकते हैं. इसमें मासिक, तिमाही, छमाही और सालाना तौर से निवेश किया जा सकता है. बता दें कि 21-50 साल की आयु का कोई भी व्यक्ति इस योजना को खरीद सकता है. वहीं, बच्चे की उम्र 0 से 13 साल के बीच होनी चाहिए. बच्चों के लिए मैच्योरिटी पीरियड 21 साल की है. बच्चे की उम्र 18 साल होने पर 4 सालाना किस्त के तौर पर निवेश किया जा सकता है.

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एसबीआई की इस योजना पर ग्राहकों को बीमा का लाभ भी प्राप्त होता है. यदि दुर्भाग्यपूर्ण घटना हो जाती है तो इस योजना के तहत बीमित राशि के 105 प्रतिशत तक की राशि दी जाती है. साथ ही इस योजना को सीधा आपके एसबीआई खाते के साथ लिंक किया जाता है जिससे आपको बार-बार निवेश करने की आवश्यकता न पड़े.

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एसबीआई लाइफ स्मार्ट स्कॉलर के बारे में जानें

एसबीआई लाइफ की ये एक इंडिविजुअल, यूनिट लिंक, नाॅन पार्टिसिपेंट लाइफ इंश्योरेंस योजना है. इसमें निवेश करने के लिए माता-पिता की उम्र 18 से 57 साल और बच्चे की उम्र 0 से 17 साल होनी चाहिए. इस योजना में आप न्यूनतम 8 साल और अधिकतम 25 साल तक निवेश कर सकते हैं. अगर मैच्योरिटी पीरियड की बात करें तो बच्चे की 18 से 25 साल की उम्र में ये मैच्योर हो जाती है. वहीं, माता पिता की आयु 65 वर्ष होने पर ये मैच्योर होती है. एक और जरूरी बात बता दें कि इस योजना में इमरजेंसी के समय आप पैसा निकाल सकते हैं. इसके साथ ही इस योजना में दुर्घटना बीमा भी दिया जाता है और टैक्स का लाभ भी मिलता है.