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8 months ago .New Delhi, India

Happy Teachers Day Wishes: टीचर्स को दें शिक्षक दिवस की शुभकमनाएं, इसी के साथ शुरू करें अपना दिन

हर साल 5 सितंबर 2023 को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है. (फोटो साभार: Freepik)

भारत में हर साल 5 सितंबर को ही शिक्षक दिवस मनाते हैं. इस खास दिन स्टूडेंट्स अपने शिक्षकों को सम्मान देते हैं. टीचर्स डे स्कूलों में धूमधाम से सेलिब्रेट भी किया जाता है.

Written by:Sneha
Published: September 04, 2023 08:30:00 New Delhi, India

Happy Teachers Day Wishes: भारत में 5 सिंतबर के दिन टिचर्स डे यानी शिक्षक दिवस मनाया जाता है. इस दिन स्कूल-कॉलेज या कोचिंग सेंटर्स में स्टू़डेंट्स अपने-अपने शिक्षकों के सम्मान में समारोह आयोजित करते हैं. शिक्षक इंसान के जीवन में माता-पिता के बाद वो इंसान होते हैं जो एक बच्चे को अच्छा या बुरा इंसान बना सकते हैं. डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को इसी दिन के रूप में मनाया जाता है क्योंकि वो खुद एक शिक्षक थे और दुनिया में शिक्षकों का सम्मान भरा दिन बनाकर भारत को यादगार दिन दे गए. आपको भी अपने शिक्षकों को इस दिन शुभकामनाओं के साथ शुरुआत करनी चाहिए.

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टीचर्स को दें शिक्षक दिवस की शुभकमनाएं (Happy Teachers Day Wishes)

1.गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः ,
गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः
शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं

2.अज्ञान का अंधेरा मिटने से जीवन में ज्ञान की रोशनी आई है,
गुरु कृपा से मैने ये अनमोल शिक्षा पाई है..
Happy Teacher’s Day

3.शांति का पढ़ाया पाठ, अज्ञान का मिटाया अंधकार,
गुरू ने सिखाया हमें, नफरत पर विजय है प्यार..
शिक्षक दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं

4.माता गुरू हैं, पिता भी गुरू हैं, विद्यालय के अध्यापक भी गुरू है,
जिससे भी कुछ सिखा हैं हमने, हमारे लिए हर वो शख्स गुरू हैं..
शिक्षक दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं.

5.अक्षर-अक्षर हमें सिखाते शब्द-शब्द का अर्थ बताते,
कभी प्यार से कभी डांट से, जीवन जीना हमें सिखाते..
Happy Teacher’s Day 2023

आपकी जानकारी के लिए बता दें, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर, 1888 को हुआ था. उनका जन्म तमिलनाडु के तिरुत्तानी शहर में एक तेलुगु ब्राह्मण परिवार में हुआ था. डॉ. राधाकृष्णन बचपन से ही पढ़ने में तेज थे और उन्हें कई स्कॉलरशिप भी जिसके जरिए उन्होंने आगे की पढ़ाई की. डॉ राधाकृष्णन ने ईसाई कॉलेज, मद्रास में दार्शनिक शास्त्र में डॉक्टरेट की डिग्री प्राप्त हुई थी.अपनी डिग्री पूरी करने के बाद डॉ राधाकृष्णन मद्रास प्रेसीडेंसी कॉलेज में दार्शनिक शास्त्र के प्रोफेसर बन गए. कुछ दिनों तक वहां पढ़ाने के बाद उन्होंने मैसूर विश्वविद्यालय में फिलॉसफी के प्रोफेसर के रूप में बच्चों को पढ़ाया. राधाकृष्णन आजाद भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे.

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